पटनाः लोकसभा चुनाव से ठीक पहले NDA छोड़कर महागठबंधन में शामिल हुए उपेन्द्र कुशवाहा ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन से भी नाता तोड़ लिया। दरअसल, महागठबंधन में अपनी उपेक्षा से नाराज उपेंद्र कुशवाहा ने आज अपने दल के नेताओं की बैठक बुलायी थी। राज्य भर से रालोसपा के नेता आज पटना पहुंचे थे। बैठक में उपेंद्र कुशवाहा ने यह इशारा कर दिया कि अब उनकी पार्टी महागठबंधन का हिस्सा नहीं है। हालांकि उन्होंने इसका खुले तौर पर एलान तो नहीं किया है, लेकिन पार्टी की बैठक में इसकी घोषणा जरुर कर दी है।
इस दौरान कुशवाहा ने तेजस्वी यादव पर खुला हमला बोलते हुए कहा तेजस्वी जैसे लोग नीतीश कुमार को परास्त नहीं कर सकते। उपेन्द्र कुशवाहा का मानना है कि RJD ने जिस नेतृत्व को खड़ा किया है उसके पीछे रह कर बिहार में सत्ता परिवर्तन नहीं होने जा रहा है। कुशवाहा कि नज़र में तेजस्वी यादव बेहद कमजोर नेता हैं। कुशवाहा की मानें तो बिहार की जनता ऐसा नेतृत्व चाहती है जो नीतीश कुमार का मुकाबला कर सके, लेकिन आरजेडी ऐसा नहीं कर पाया।
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ऐसे में वो महागठबंधन के साथ नहीं रह सकते, हां अगर राजद नेतृत्व बदले तो वे महागठबंधन में रहेंगे। ऐसे में कोई सवाल नहीं उठता कि राजद से उनका गठबंधन हो पायेगा
बकौल कुशवाहा आज भी सीट का मामला उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण नहीं है। उनके दल के जो नेता चुनाव नहीं लड़ पाते, वो उन्हें समझा लेते लेकिन यह एक-दो साथी का सवाल नहीं है क बिहार का सवाल है। सीट की संख्या का कोई मामला नहीं।