वाट्सऐप पर वायरल हो रही थी फरियाद, भूखमरी से बचाने खुद ही पहुंच गए जज साहब

देश भर में जारी लॉकडाउन के बीच अदालत में फैसला सुनाने वाला एक जज भूखमरी के कगार पर खड़े एक परिवार के लिए भगवान बन गया। मामला जिले के मनीगांछी थाना क्षेत्र के बेहटा गांव का है, जहां सब जज सह विधिक सेवा प्रधिकार के सचिव दीपक कुमार एक परिवार की पीड़ा सुनने के बाद निजात दिलाने खुद ही उसके घर पहुंच गए।

दरभंगाः देश भर में जारी लॉकडाउन के बीच अदालत में फैसला सुनाने वाला एक जज भूखमरी के कगार पर खड़े एक परिवार के लिए भगवान बन गया। मामला जिले के मनीगांछी थाना क्षेत्र के बेहटा गांव का है, जहां सब जज सह विधिक सेवा प्रधिकार के सचिव दीपक कुमार एक परिवार की पीड़ा सुनने के बाद निजात दिलाने खुद ही उसके घर पहुंच गए।

दरअसल सब जज दीपक कुमार को वाट्सऐप (WhatsApp) पर सूचना मिली थी कि लॉकडाउन की वजह से ब्रम्हपुर पंचायत के बेहटा गांव निवासी अमरदीप कुमार मिश्र के समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है। दीपक कुमार ने वाट्सऐप (WhatsApp) पर मिली उस सूचना को गंभीरता से लिया और बिना वक्त गंवाए उन्हों ने DSO से इस बारे में बात की। DSO उस मैसेज को फेक करार दे दिया, लेकीन जज साहब का दिल नहीं माना। उन्हों ने तत्काल मनीगांछी थानाध्यक्ष व ब्रम्हपुर पंचायत के सरपंच से इस पर प्रतिवेदन की मांग कर दी।

दोनों ने मामले की जांच-पड़ताल करने के बाद जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव को अपना प्रतिवेदन समर्पित कर दिया। थानाध्यक्ष ने जहां अपने प्रतिवेदन में कहा कि वर्तमान में अमरदीप मिश्र की स्थिति अच्छी नहीं है, वहीं सरपंच कैलाश चौधरी ने भी अपने प्रतिवेदन में कहा कि अमरदीप मिश्र बहुत गरीब आदमी है। उसके घर में खाने-पीने के लिए जरा भी अनाज नहीं है। कोई राशन कार्ड भी नहीं है जिससे सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाएं उसे प्राप्त हो सकें। अमरदीप की स्थिति से पंचायत की वार्ड सदस्य कुमारी भानुप्रिया एवं पंचायत के मुखिया भी अवगत हैं।

इतना सब कुछ जानने के बाद सब जज दीपक कुमार खुद को रोक नहीं पाए और बिना वक्त गंवाए शुक्रवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार के पैनल अधिवक्ता विष्णु कांत चौधरी के साथ अमरदीप कुमार मिश्र के घर पहुंच गए। वहां पहुंचने के बाद उन्हों ने अमरजीत से बात की और लगे हाथ थानाध्यक्ष एवं सरपंच को उसे मदद पहुंचाने का निर्देश दिया। जिसके बाद थानाध्यक्ष एवं सरपंच द्वारा तत्काल पीड़ित अमरदीप को राशन पानी उपलब्ध कराया गया एवं आगे आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने का भरोसा दिया गया।

आपको बता दें विश्व के 202 देशों के साथ भारत के कई राज्य इन दिनों कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से जूझ रहे हैं। एहतियात के तौर पर केंद्र सरकार ने प्रभावित सभी राज्यों में 21 दिनों का पूर्ण लॉकडाउन घोषित कर दिया है। इस बीच घरों में लॉकडाउन लोगों को कोई परेशानी ना हो इसे लेकर सरकार के सभी तंत्र पूरी तरह से मुस्तैद हैं, बावजूद इसके कई परिवारों के साथ अभी से ही जीवनयापन की समस्याएं उत्पन्न होने लगी हैं। जिसे लेकर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सह सब जज दिपक कुमार का यह प्रयास दूसरों के लिए मिशाल बन गया है।