योगी के शहर में बड़ी लापरवाहीः जिला जेल में दो कैदियो को था कोरोना, रिपोर्ट बताई निगेटिव

गोरखपुर: कोरोना संकट के बढ़ते मामले के साथ साथ प्रशासन की लापरवाही की खबर भी सामने आ रही है। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में स्वास्थ्य विभाग की ऐसी ही चूक ने 50 कैदियों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी। जिला जेल के मिलेनियम बैरक के 2 कैदियों की रिपोर्ट पहले निगेटिव जारी की गई थी और फिर उन्हें मुख्य जेल में रखा गया गया था। अब दोनों कैदियों की पीसीआर रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई है।

मुख्य जेल में कोरोना संक्रमण न फैले इसके लिए डेयरी कॉलोनी के रेलवे सामुदायिक भवन में अस्थायी जेल बनाया गया है। वहां बंदियों की कोरोना की एंटीजन जांच कराई जा रही है। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही मुख्य जेल में शिफ्ट किया जा रहा है। 2 जुलाई से अब तक 100 बन्दी अभी तक इस अस्थायी जेल में आ चुके हैं। वहीं इन दो बंदियों की भी कोरोना एंटीजन जांच की गई थी, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी और दोनों को मुख्य जेल के मिलेनियम बैरक में शिफ्ट कर दिया गया था।

सोमवार को दोनों बंदियों की पीसीआर (पॉलिमरेज चेन रिऐक्शन) रिपोर्ट पॉज़िटिव आ गई। इससे मुख्य जेल के मिलेनियम बैरक में बंद 50 कैदियों के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। दोनों बंदियों को तत्काल जिले के रेलवे अस्पताल में बने कोविड-19 वॉर्ड में एडमिट कराया गया है।

वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ. रामधनी ने बताया कि अस्थाई जेल में रखे गए दोनों बंदियों की रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें मुख्य जेल के मिलेनियम बैरक में शिफ्ट किया गया था। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने संक्रमित होने की सूचना दी, जिसके बाद उन्हें रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं मुख्य जेल के मिलेनियम बैरक में बंद 50 कैदियों की मंगलवार को जांच कराई जाएगी। वहीं जेल प्रशासन संक्रमितों के मिलने के बाद अस्थाई और मुख्य जेल को सेनेटाइज़ कर रही है।