गुना: मध्य प्रदेश के गुना जिले में दलित किसान दंपति के साथ प्रशासनिक अधिकारियों ने बर्बरतापूर्वक मारपीट की। इस मामले की तस्वीर दिल दहलाने वाली है। एक तरफ पुलिस पति-पत्नी को पीट रही है तो दूसरी ओर उनके बच्चे रो रहे हैं। और अपने मां-बाप को बचाने की कोशिश में हैं।
इस घटना का वीडियो बुधवार को वायरल होने के बाद बवाल बढ़ गया। साथ ही राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक्शन लिया। प्रदेश सरकार ने घटना के मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं।
जस्टिज़ मुल्ला का निर्णय और ‘शिव-राज’ की ‘गुंडा पुलिस’
Anand Narain Mulla, a justice of Allahabad High Court, in a judgement said, “I say with all sense of responsibility, there is not a single lawless group in the whole of the country whose record of crime comes anywhere near than that of the organized gang of criminals known as the Indian Police Force.”
यानी “मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ यह कह रहा हूं कि पूरे देश में कोई भी गुंडों का ऐसा समूह नहीं है। जिसका क्राइम रिकार्ड इस संगठित अपराधियों के गिरोह के क्राइम रिकार्ड के आसपास भी हो। इस संगठित समूह को हम भारतीय पुलिस के नाम से जानते हैं।”
पुलिस अधिकारी हटाये गये
राज्य शासन ने गुरूवार को देर रात ग्वालियर रेंज के आईजी राजाबाबू सिंह, गुना के कलेक्टर एस. विश्वनाथन और पुलिस अधीक्षक तरण नायक को तत्काल प्रभाव से हटा दिया। आईजी पुलिस मुख्यालय में पदस्थ अविनाश शर्मा को ग्वालियर रेंज का नया आईजी और 26 वीं वाहिनी गुना के सेनानी राजेश कुमार सिंह को नया एसपी बनाया गया है। सरकार ने छह पुलिसकर्मियों को भी सस्पेंड कर दिया है।
कैंट इलाके में कॉलेज की जमीन पर कब्जा हटाने के दौरान मंगलवार को वहां खेती कर रहे किसान दंपती ने कीटनाशक पी लिया था। इसी दौरान पुलिस ने किसान के स्वजनों पर लाठीचार्ज किया था। बुधवार को मामले का वीडियो वायरल होने पर बवाल मच गया।
सिंधिया और नरोत्तम मिश्रा का बचाव
कांग्रेस से भाजपा में आये गुना के पूर्व सांसद ज्योरादित्य सिंधिया ने का ट्वीट किया, ‘गुना की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इस संबंध में मैंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा करके ऐसे असंवेदनशील व दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।
इधर, प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि घटना के उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। भोपाल से टीम गुना जाकर मामले की जांच करेगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर साधा निशाना
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, “गरीबों पर हमला, दलितों पर हमला, किसान पर हमला, लोकतंत्र पर हमला। यही तो है बीजेपी की चाल, चेहरा और चरित्र। इस अन्याय के खिलाफ कांग्रेस जी जान से लड़ेगी।”
पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर घटना पर दुख जताया और कहा कि गुंडे-अपराधी बेखौफ हो रहे हैं और प्रदेश जंगलराज की ओर लौट रहा है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने भी इस मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधा।
मायावती ने कहा- ‘अति शर्मनाक’
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने कहा कि मध्यप्रदेश के गुना पुलिस व प्रशासन द्वारा अतिक्रमण के नाम पर दलित परिवार को कर्ज लेकर तैयार की गई फसल को जेसीबी मशीन से बबार्द करके उस दम्पत्ति को आत्महत्या का प्रयास करने को मजबूर कर देना अति-क्रूर व अति-शर्मनाक। इस घटना की देशव्यापी निन्दा स्वाभाविक। सरकार सख्त कार्रवाई करे।
एक तरफ भाजपा व इनकी सरकार दलितों को बसाने का ढिंढोरा पीटती है। दूसरी तरफ उनको उजाड़ने की घटनाएं उसी तरह से आम हैं। जिस प्रकार से पहले कांग्रेस पार्टी के शासन में हुआ करती थी, तो फिर दोनों सरकारों में क्या अन्तर है?
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