20 साल बाद जोगी बनकर लौटा लापता बेटा, लेकिन हकीकत जानकर घर वाले रह गए दंग

अमेठीः कहानी फिल्मी नहीं, हकीकत है जो उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले से सामने आई है। यहां 20 साल पहले लापता हुआ एक बेटा जब अपने घर लौटा तो परिजनों को खुशी का ठिकाना नहीं रहा, लेकिन यह खुशी ज्यादा दिन नहीं टिक पाई। बेटा अव्वल दर्जे का पेशेवर ठग निकला। जो कई राज्यों में कई परिवारों को बेटा बनकर ठग चुका है।

बात यही कोई एक सप्ताह पहले कि है जिले के खरौली गांव में जोगी के भेष में एक युवक अपने एक दोस्त के साथ पहुंचा, जिसने अपना नाम पिंकू बताया। उसने बताया कि उसका जन्म उसी गांव के रहने वाले रतिपाल के घर हुआ है और वह 20 साल लापता हो गया था। 20 साल पहले लापता हुए बेटे को दोबारा पाकर परिजन रोने लगे और वो भजन सुनाने लगा। घर वाले उसकी ख़िदमत में जूट गए और दोबारा गांव छोड़कर नहीं जाने के लिए मिन्नतें करने लगे।

अपने प्रति परिवार की व्यग्रता देख कर उसने उसका फायदा उठाना चाहा। उसने कहा कि वह घर में हने नहीं बल्कि मां से भिक्षा पाने की जोगियों की अनोखी परंपरा के चलते यहां आया है। फिर उसने परिजनों को पूरी तरह से विश्वास में लेने के बाद कहा कि मठ छोड़कर परिवार के साथ रहने के लिए उसे 3000 साधुओं को भोजन और वस्त्र आदि बांटना होगा।

परिजनों ने खर्च जोड़ा तो करीब 11 लाख रुपए आ रहे थे। इतनी बड़ी रकम देने की उनकी हैसियत नहीं थी। इसके बाद भी बेटे को पाने के लिए पिता ने जमीन बेचने का फैसला कर लिया। जमीन बेचने पर भी चार पांच लाख रुपए का ही इंतजाम हो सकता था। जोगी ने इस पर घर वालों से मठ वालों की फोन पर बात कराई। मामला 3 लाख 60 हजार पर आ गया।

इससे पहले कि परिजन रुपयों का इंतजाम करके उसे देते। पोल खुल गई। नकली बेटे का वीडियो सोशल मीडिया के जरिए गोंडा के एक शिक्षक ने देखा तो जोगी को पहचान गया। उसने जोगी को गोंडा के टिकरिया गांव के सिजाम का बेटा नफीस बताया। इसके बाद जोगी के नफीस होने की बातें भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।

रतिपाल को इस बारे में पता चला तो वह हैरान रह गए। उन्होंने पूरे मा्मले की शिकायत पुलिस में की। रतिपाल की तहरीर पर पुलिस ने जोगी बनकर आए दोनों युवकों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पता चला कि गोंडा में उसके खिलाफ पहले से कई आपराधिक केस दर्ज हैं।