पटनाः पिछले कुछ दिनों से एक चिट्ठी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। चिट्ठी में RJD के पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह और उनके भाई के लिए फाँसी की सजा तय करने की अपील की गई है। तमाम साक्ष्यों का हवाला देते हुए चिट्ठी में लिखा है ‘मैं एक ऐसी अबला नारी हूं जो विगत 25 वर्षों से अपने पति तथा मशरख के तत्कालीन निधायक अशोक सिंह के हत्यारे को फांसी दिलाने के लिए जंग लड़ रही हूं, किन्तु जंग अभी भी अधुरा है’
दरअसल वायरल हो रही इस चिट्ठी को लिखने वाली चांदनी देवी हैं। चांदनी देवी सारण जिले के मशरख विधानसभा से विधायक रहे अशोक सिंह की विधवा हैं। अशोक सिंह की हत्या 3 जुलाई 1995 में उनके सरकारी आवास में बम मार कर कर दी गई थी।
दिवंगत विधायक अशोक सिंह की पत्नी चांदनी देवी इस घटना की सूचक हैं और लगातार 25 वर्षों से अपने पति के हत्यारों के खिलाफ अदालत में जंग लड़ रही हैं। तमाम सबूत और दलिलों के आधार पर हजारीबाग कोर्ट दोषियों को उम्र कैद की सजा भी चुका है।
Read also: दिवंगत विधायक अशोक सिंह की पत्नी की अपील, प्रभुनाथ सिंह को मिले फाँसी
इस हत्याकांड में RJD के पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह और उनके भाईयों दिनानाथ सिंह व रीतेश सिंह को अभियुक्त बनाया गया था। जब यह घटना घटी थी, तब प्रभुनाथ सिंह बीपीपा में थे और अशोक सिंह जनता दल में। तब का जनता दल जिसमें कभी अशोक सिंह विधायक थे अब राष्ट्रीय जनता दल में तबदील हो गया है और हत्या के आरोपी प्रभुनाथ सिंह उसी के झंडाबरदार है।
बहरहाल RJD नेता प्रभुनाथ सिंह विधायक अशोक सिंह हत्याकांड में हजारी बाग कोर्ट से उम्र कैद की सजा पा चुके हैं और पिछले 30 माह से केंद्रीय कारा हजारीबाग में बंद हैं। इनके अपील पर उपरी अदालत में सुनवाई पूरी हो चुकी है जिसका फैसला आज 24 फरवरी को सुनाया जाना है।