नई दिल्लीः राजस्थान में कोविड वैक्सीन की क़िल्लत की ख़बरों के बाद अब दिल्ली में वैक्सीन की कमी होने की बात कही जा रही है। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का कहना है कि केंद्र सरकार की तरफ से वैक्सीन उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है, जिसकी वजह से प्रदेश में टिकाकरण अभियान फिलहाल प्रभावित हो गया है।
प्रदेश में कोविड वैक्सीन की अन-उपलब्धता को लेकर उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र सरकार से वैक्सीन उपलब्ध कराने को लेकर अपील की है और कहा है कि केंद्र सरकार दिल्ली वालों की ज़रूरत के हिसाब से जल्द से जल्द वैक्सीन उपलब्ध कराए।
कोविड वैक्सीन की कमी को लेकर मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया है और लिखा है, ‘दिल्ली में पिछले दो हफ्ते record-speed पर वैक्सीन लगाने का काम चला। लेकिन फ़िलहाल दिल्ली में वैक्सीन ख़त्म है और केंद्र सरकार से सप्लाई भी फ़िलहाल नहीं आ रही। मेरी केंद्र सरकार से अपील है कि दिल्ली वालों की ज़रूरत के हिसाब से जल्द से जल्द वैक्सीन उपलब्ध कराए।‘
दिल्ली में पिछले दो हफ़्ते record-speed पर वैक्सीन लगाने का काम चला. लेकिन फ़िलहाल दिल्ली में वैक्सीन ख़त्म है और केंद्र सरकार से सप्लाई भी फ़िलहाल नहीं आ रही.
मेरी केंद्र सरकार से अपील है कि दिल्ली वालों की ज़रूरत के हिसाब से जल्द से जल्द वैक्सीन उपलब्ध कराए.
— Manish Sisodia (@msisodia) July 6, 2021
इधर केंद्र सरकार ने अलग-अलग प्रदेशों में हो रही कोविड वैक्सीन की कमी को लेकर प्रेस विज्ञप्ति जारी वस्तुस्थिति से अवगत कराया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय टीकों की क़िल्लत को लेकर स्पष्ट किया है कि जुलाई 2021 के महीने के दौरान राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के साथ ही निजी क्षेत्र के अस्पतालों को उपलब्ध कराई जाने वाली कुल खुराक के बारे में पर्याप्त जानकारी पहले ही दी जा चुकी थी। राज्यों को सलाह दी गई थी की वे कोविड के टीकों की उपलब्धता के आधार पर कोविड-19 टीकाकरण सत्र निर्धारित करें।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने राज्यों से यह भी अनुरोध किया गया है कि यदि उन्हें कोविड वैक्सीन की अधिक खुराक की आवश्यकता होती है, तो वे केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय को सूचित करें।
केंद्र सरकार का कहना है कि कोविड टीका एक जैविक उत्पाद है, इसलिए उत्पादन प्रक्रिया में समय लगता है। एक बार उत्पादित होने के बाद, इन टीकों की गुणवत्ता और सुरक्षा की जाँच की जाती है। इस प्रकार, टीके के उत्पादन के लिए निर्माण प्रक्रिया में समय लगता है, इसलिए तत्काल आपूर्ति संभव नहीं है।