पटना: बिहार के चुनाव में बड़ी हार का स्वाद चखने के बाद जदयू ने बंगाल चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। पार्टी वहां 75 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसके लिए तैयारी भी शुरु हो गई है।
पार्टी नेताओं के साथ सीएम की मंत्रणा
जदयू की रणनीति है कि मिशन बंगाल के तहत 75 उम्मीदवार उतारे जायें। इसके लिए सीएम नीतीश कुमार गुरुवार को पार्टी कार्यालय पहुंचे और वहां मौजूद कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी, वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी और आरसीपी सिंह से इस संबंध में मंत्रणा की। पार्टी की बंगाल इकाई के भी कुछ नेता मौजूद थे। पार्टी ने विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी को बंगाल चुनाव का प्रभारी बनाया हुआ है।
इसी माह कार्यकारिणी भी
मालूम हो कि इस महीने जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी भी आयोजित है। इसमें यह तय होगा कि अन्य राज्यों में विस्तार के लिए पार्टी किस नीति के तहत आगे बढ़े। पार्टी की सोच है कि वहां जिस दल के साथ भी वह कंफर्टेबल होगी, उसके साथ गठबंधन हो सकता है। वहां मुख्य मुकाबला टीएमसी और भाजपा के बीच है।
72 पर हार, 75 पर तैयार
ध्यान देने की बात है कि बिहार में जदयू 72 सीटों पर हार चुकी है लेकिन पश्चिम बंगाल में 75 सीटों पर कैंडिडेट देने का मन बना चुकी है। पार्टी को विस्तार देने के इरादे से नीतीश कुमार झारखंड और दिल्ली के चुनाव में भी हाथ आजमा चुके है हालांकि करारी हार का मुंह देखना पड़ा।