पटनाः काम में कोताही और खुलेआम उगाही करने वाले अब होश में आ जाएं, क्योंकि भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस को अमलीजामा पहनाने के लिए हुक्मरान सड़कों पर उतर गए हैं। मामला शुक्रवार देर रात की है, जब बिहार सरकार के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ व DGP एसके सिंघल बिना किसी सूचना के सड़कों पर निकल गए थे। पटना से बिहटा तक तो सब कुछ ठीक था, लेकिन जब वो कोइलवर पहुंचे तो वहां का नजारा देख चौंक गएं। पुलिस वाले सादे लिबास में ड्यूटी के नाम पर बालू लदे ट्रकों से अवैध वसूली कर रहे थे। वसूली करते पुलिसवालों को अधिकारियों ने रंगे हाथो पकड़ लिया और मौके पर ही सस्पैंड कर दिया।
दरअसल, रात के अंधेरे में जब दोनों अधिकारी पटना से आरा की तरफ बढ़ रहे थे, तो कोइलवर पहुंचते ही वहां का नजारा देख चौंक गएं। कोइलव पुल के पूर्वी छोर पर सादे लिबास पहने कुछ लोगों ने तीन ट्रकों के रोक रखा था। ट्रकों को रोके जाने से यातायात प्रभावित हो रखा था, लिहाजा अधिकारियों ने मामले को जानना जरूरी समझा और गाड़ी से उतरकर खुद जानकारी लेने में जुट गए। जानकारी लेने के क्रम में अधिकारियों ने पाया कि ट्रकों को बिच सड़क पर वसूली करने के लिए रोका गया है। उक्त सभी ट्रकों में बालू लोड था जिनसे पुलिस वाले अवैध वसूली कर रहे थे।
पूछताछ एवं सत्यापन में पुलिसकर्मियों की पहचान यातायात संचालन पटना में प्रतिनियुक्त सहायक अवर निरीक्षक मिथिलेश कुमार सुमन एवं अन्य चार सिपाही के रूप में की गई। प्रथम दृष्टया पुलिस कर्मियों का यह अनैतिक कार्य उनके अनुशासनहीनता, कर्तव्यहीनता, भ्रष्ट आचरण एवं अयोग्य पुलिसकर्मी होने का परिचायक है। ऐसे में डीजीपी ने सभी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।