World hepatitis day: हेपेटाइटिस का खतरा सबसे अधिक 30 की उम्र के बाद

गुड़गांव: गुडगांव की एक प्रयोगशाला के आंतरिक अध्ययन में उजागर हुआ है कि 31 से 55 आयुवर्ग के लोगों को हेपेटाइटिस सबसे अधिक होता है। विश्व हेपेटाइटिस दिवस (World hepatitis day) पर यह अध्ययन मंगलवार को जारी किया गया।

एनएबीएल से प्रमाणित नैदानिक प्रयोगशाला, सीओआरई डायग्नोस्टिक्स ने करीब 12 महीनों के दौरान 7500 मरीजों के आंकड़ों का इस्तेमाल करते हुए हाल में यह अध्ययन किया। हेपेटाइटिस यकृत में सूजन होती है जिसकी वजह से फाइब्रोसिस (घाव के निशान या दाग), सिरोसिस या लीवर का कैंसर हो सकता है।

प्रयोगशाला द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक यह अध्ययन विश्व हेपेटाइटिस दिवस (World hepatitis day) के मौके पर लोगों में इस बीमारी के बारे में जागरुकता बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया। हेपेटाइटिस से ग्रस्त पाए गए करीब 40 प्रतिशत रोगी 19 से 30 आयुवर्ग के थे।

अध्ययन में कहा गया कि 31 से 55 आयुवर्ग के रोगियों में इसका सबसे ज्यादा खतरा देखा गया और इनका प्रतिशत 45 था। प्रयोगशाला ने कहा कि इस अध्ययन के तहत बीते एक साल में की गई 7500 से ज्यादा जांचों का विश्लेषण किया गया। जांच किये गए सभी मामलों में से करीब 60 प्रतिशत में यह रोग पाया गया जो इसकी उच्च दर को दर्शाता है।