कुशवाहा लगातार मुसीबत में, साथ छोड़ रहे अपने भी

पटना। मुसीबत उपेन्द्र कुशवाहा का साथ नहीं छोड़ रही है। महागठबंधन से ठुकराये जाने के बाद बसपा के साथ उन्होंने गठजोड़ किया लेकिन बसपा के प्रदेश अध्यक्ष राजद में चले गये। इससे पहले उनके एक प्रमुख सिपहसालार भी राजद के साथ चले गये थे।

कुशवाहा को लगातार झटका

‘रालोसपा’ सुप्रीमो उपेंन्द्र कुशवाहा को ताबड़तोड़ झटका लग रहा है। सीएम बनने की चाह में मोदी 1.0 से इस्तीफा देकर वे प्रदेश की राजनीति में कूद पड़े थे लेकिन हाल यह है कि उनके अगल—बगल के लोग उन्हें गच्चा देकर निकल ले रहे हैं।

बसपा प्रदेश अध्यक्ष भी तेजस्वी की शरण में
महागठबंधन से अलग होने के बाद कुशवाहा ने बसपा से गठबंधन किया था। गठबंधन करते ही उनके खास माधव आनंद ने ‘रालोसपा’ से नाता तोड़ लिया। माधव आनंद के जाने के बाद वे संभले भी नहीं थे कि शनिवार को बसपा प्रदेश अध्यक्ष भरत बिंद ने तेजस्वी यादव का दामन थाम लिया। महागठबंधन से अलग होने के बाद कुशवाहा ने बसपा से गठबंधन कर सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने का भी ऐलान व सरकार बनाने का दावा भी किया था। लगता है कि सीट शेयरिंग पर नाराजगी और तेजस्वी यादव पर हमला करना अब पार्टी को भारी पड़ रहा है।

अजय वर्मा
अजय वर्मा
समाचार संपादक