नई दिल्लीः बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम अटकलों विराम लगने के संकेत मिल रहे हैं। भारतीय चुनाव आयोग (Election commission of India) ने कहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar assembly elections 2020) को शेड्यूल के हिसाब से निर्धारित समय पर ही संपन्न करवाया जाएगा। चुनाव कराए जाने को लेकर तैयारियां पूरे जोर-शोर से जारी हैं। यह बात खुद मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कही है। इससे पहले कोरोना महामारी और प्रदेश में आई बाढ़ की वजह से आशंका जताई जा रही थी कि Bihar assembly elections 2020 को आगे टाला जा सकता है।
एक इंटरव्यू में मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा (CEC Sunil Arora) ने कहा है कि बिहार चुनाव 2020 (Bihar assembly elections 2020) को आगे टाला नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि चुनाव के लिए तैयारियां जारी हैं। सुनील अरोड़ा ने कहा है कि कोरोनावायरस महामारी को देखते हुए बिहार चुनाव आयुक्त को पहले से ज्यादा संख्या में EVM और VVPAT पहुंचाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि महामारी के बीच यह देश का पहला विधानसभा चुनाव (Assembly elections) होगा। चुनाव के दौरान सामने आनेवाली चुनौतियों पर बात करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा (CEC Sunil Arora) ने कहा कि इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि चुनाव प्रक्रिया महामारी गाइडलाइंस के हिसाब से ही पूरी हो। सोशल डिस्टेंस, सैनिटाइजेशन, मास्क, गलव्स आदि का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
उन्होने बताया कि COVID-19 महामारी को देखते हुए बिहार में पोलिंग स्टेशन भी बढ़ाए जाएंगे, ताकि एक ही जगह ज्यादा लोगों को जमा न होना पड़े और सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे। CEC ने बताया कि एक बूथ पर वोटर्स की संख्या 1000 फिक्स कर दी गई है, जबकि अभी ये आंकड़ा 1500 है। बिहार के मुख्य चुनाव आयुक्त ने राज्य के लिए 33797 अतिरिक्त पोलिंग बूथ बनाने का फैसला किया है। इसकी वजह से बिहार में एक बूथ पर औसत वोटरों की संख्या 985 से घटकर 678 हो जाएगी। वोटिंग में दिक्कत कम से कम आए इसके लिए चुनाव आयोग ने 1 लाख 80 हजार लोगों का अतिरिक्त स्टाफ लगाने की बात कही है।