रेत पर उकेरी मां सरस्वती की छवी, लगाई विश्व को कोरोना वायरस से बचाने की गुहार

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पुरीः देश भर में बसंत पंचमी का त्योहार धुमधाम से मनाया जा रहा है। सरकारी और निजी शिक्षण संस्थानों के अलावे जगह-जगह मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित कर श्रधालु विद्यादायिनी से विद्या का वर मांग रहे हैं। वहीं अंतरराष्ट्रीय रेत कलाकार मानस कुमार साहू कुछ अलग अंदाज में मां की आराधना कर रहे हैं और पूरे विश्व को कोरोना जैसी विपदा से बचाने की गुहार लगा रहे हैं।

रेत कलाकार मानस कुमार साहू ने पुरी के गोल्डेन समुद्र तट पर मां सरस्वती की बालुका बनाई है। इस बालुका के जरिए बसंत पंचमी (सरस्वती पूजा) के अवसर पर दुनिया को कोरोना वायरस से बचाने के लिए देवी से प्रार्थना कर रहे है।

लाइट हाउस के पास पुरी गोल्डेन समुद्र तट पर स्थित मानस साहू सैंड आर्ट पार्क में कलाकार ने वीणा धारिणी को वीणा, गद्य, कविता और कलाओं के साथ-साथ बालुका में उकेरा है। साथ ही कलाकार ने पृथ्वी के साथ-साथ भारत को घातक कोरोना वायरस से बचाने के लिए देवी से प्रार्थना की है।

इस बालुका की चौड़ाई 15 फीट है और इसे बनाने के लिए लगभग 15 टन रेत का उपयोग किया गया है। इसे बनाने में साहू और उनके संस्थान के छात्रों को लगभग सात घंटे लगे।

बता दें तिब्बत को छोड़कर चीन के लगभग सभी प्रांत इन दिनों कोरोना वायरस के चपेट में हैं। इसे फैलने से रोकना एक बड़ी चुनौती बन गई है। चीन के अलावा, थाइलैंड में सात मामले, जापान में तीन, दक्षिण कोरिया में तीन, अमेरिका में तीन, वियतनाम में दो, सिंगापुर में चार, मलेशिया में तीन, नेपाल में एक, फ्रांस में तीन, ऑस्ट्रेलिया में चार और श्रीलंका में कोरोना वायरस का एक मामला सामने आया है। चीन में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 106 हो गई है। इससे संबंधित निमोनिया के अब तक 4,515 पुष्ट मामले सामने आए हैं।

लगभग 18 साल पहले सार्स वायरस से भी ऐसा ही खतरा बना था। 2002-03 में सार्स की वजह से पूरी दुनिया में 700 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। पूरी दुनिया में हजारों लोग इससे संक्रमित हुए थे। इसका असर आर्थिक गतिविधियों पर भी पड़ा था।

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