रेलवे से 90 और स्पेशल ट्रेनों को चलाने की मिली मंजूरी

नई दिल्ली: यात्रियों की मांग और ट्रेनों के संचालन को समान्य करने के उद्देश्य से रेलवे ने देशभर में करीब 90 स्पेशल ट्रेनों को चलाने की योजना बनाई है।
ये वर्तमान में संचालित हो रहीं 230 ट्रेनों के अतिरिक्त हैं, जिसे फिलहाल गृह मंत्रालय की मंजूरी मिलना बाकी है। हालांकि, मंत्रालय द्वारा इस अनुमोदन को सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है।

रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रक्षाबंधन से पहले इनके चलाने की घोषणा की जा सकती है। इन ट्रेनों में 120 दिन आगे तक की यात्रा के लिए टिकट बुक हो सकेगा।
साथ ही इनमें प्रीमियम तत्काल, तत्काल बुकिंग की भी सुविधा रहेगी जबकिं जनरल कोच में अनारक्षित टिकट नहीं बेचा जाएगा। रेलवे इन ट्रेनों में 1 अगस्त से ऑनलाइन और ऑफलाइन टिकट बुकिंग शुरू कर सकता है।

इस साल देशभर में किन ट्रेनों का संचालन किया जाना है इस का निर्णय सिर्फ रेलवे बोर्ड ही लेगा। जोनल रेलवेज सिर्फ उन ट्रेनों के संबंध में जानकारी देंगे या उन्हें चलाए जाने का प्रस्ताव भेजेंगे जो लॉकडाउन से पहले फुल ऑक्युपेंसी के साथ संचालित हो रहीं थीं।

कोरोना काल के बावजूद अब आगरा, कानपुर, इलाहाबाद, कोलकाता की ओर जाने वाली ट्रेनें फुल हैं और वेटिंग चल रही है। इसके चलते रक्षाबंधन से पहले और स्पेशल ट्रेनें चलाने की योजना है।
इससे पहले रेलवे 12 मई से 30 स्पेशल राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनें जबकि 1 जून से 200 मेल/एक्सप्रेस ट्रेनें स्पेशल ट्रेन के रूप में चला रहा है।

पूरे साल केवल स्पेशल नंबर की ट्रेनों का ही किया जाएगा संचालन

रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वी के यादव ने बताया कि अक्टूबर में रेलवे ट्रेनों का टाइम टेबल जारी करेगा, लेकिन यह टाइम टेबल कोविड़ डेडीकेटेड होगा। यानी जो टाइम टेबल जारी किया जाएगा, वो इस साल संचालित होने वाली स्पेशल ट्रेनों का ही होगा जबकि स्थिति समान्य होने पर रेगुलर ट्रेनों का टाइम टेबल अलग से जारी किया जाएगा। जिसके बाद स्पेशल ट्रेनों का टाइम टेबल अमान्य हो जाएगा।
रेलवे से जुड़े सूत्रों ने बताया कि इस साल देशभर में अधिकतम एक हजार स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। वहीं स्थिति सामान्य होने पर रेगुलर ट्रेनों की संख्या में भी कटौती की जाएगी।