खुलासाः प्रायोजित था नोखा के क्वारंटाइन सेंटर में हुआ हंगामा, JE ने सुनाई पूरी कहानी

रोहतासः मंगलवार को नोखा स्थित बुद्धन चौधरी स्मारक उच्च विद्यालय के क्वारंटाइन सेंटर में हुए हंगामे को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। JE अंकुर गगन के मुताबिक क्वारंटाइन सेंटर में हुआ हंगामा पूरी तरह प्रायोजित था। हंगामें के पीछे की मूल वजह नाश्ता में विलंब नहीं, बल्कि सरकारी काम को लेकर उनके खिलाफ कुछ स्थानीय लोगों द्वारा रची गई सोची समझी साजिश थी।

अतिक्रमण हटाए जाने को लेकर लोगों के निशाने पर थे JE अंकुर गगन

JE अंकुर गगन की मानें, तो कुछ दिनों पहले ही उन्हों ने बाजार में नाले एवं पुलिया निर्माण के लिए सख़्त कदम उठाए थे। उन्हों ने कई दुकानों और मकानों के सामने से अतिक्रमण हटवाया था, साथ ही सड़क किनारे सरकारी जमीन पर बने गई कई गुमटी, शेड, झोपड़ी एवं सीढ़ीयों को भी तुड़वाया गया था। अपने इस काम को लेकर वे कुछ लोगों के निशाने पर थे।इसके अलावें कुछ माह पहले सामुदायिक शौचालय निर्माण हेतु उन्हों ने दबंगों के कब्जे से सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया था। अतिक्रमण हटाए जाने को लेकर उस वक्त उन लोगों ने उन्हें फंसाने और मारने की धमकी भी दी थी।

क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे प्रवासियों को बनाया मोहरा

बकौल JE वे जिन लोगों के निशाने पर थे, उनके कई सग्गे-संबंधी उक्त क्वारंटाइन सेंटर में रखे गए हैं। संभवतः मंगलवार को प्रायोजित तरीके से नाश्ता में विलंब को मुद्दा बनाकर खार खाए लोगों ने पहले सेंटर के अंदर रह रहे अपने लोगों से हंगामा और मारपीट की घटना को अंजाम दिलवाया, फिर बाहर आने के साथ ही खुद हमलावर हो गए और बाहर इकट्ठा खड़ी भीड़ के सामने लापरवाही का परिणाम घोषित कर दिया।

न्यूज़ स्टंप से JE अंकुर गगन ने कहा-

“उस दिन सुबह, मैं सर्वोदयनगर क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्था में लगाए गए नव-प्रतिनियुक्त शिक्षकों को उनका काम समझा रहा था, तभी जानकारी मिली कि बुद्धन चौधरी स्मारक उच्च विद्यालय वाले सेंटर में कुछ प्रवासी  भाई नाश्ता में देरी को लेकर हंगामा कर रहे हैं और तैनात सफाई कर्मचारियों के साथ मारपीट पर आमादा हैं। नाश्ता का पैकेट लेकर जब  मैं उक्त क्वारंटाइन सेंटर पहुंचा, तो पहले से मन बना चुके प्रवासी गाली-गलौज करते हुए मारने के लिए टूट पड़े। दर्जन भर आक्रामक लोगों को अपनी तरफ बढ़ता देख मैं घबरा गया और बाहर की तरफ निकल भागा जहां भीड़ में पहले से खड़े कुछ सरारति तत्वों ने हमला कर दिया। हमला करने वाले वही लोग थे, जो सरकारी जिम्मेदारियों को पूरा करने के दौरान किसी ना किसी रूप में मुझसे प्रभावित हुए हैं”।

दलिलों से संतुष्ट नहीं स्थानीय जनता, कहा- नोखा को बदनाम करने की कोशिश

इधर JE की इस दलील से स्थानीय लोग संतुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कोई भी दोषी इंसान फंसने के बाद खुद को निर्दोष साबित करने के लिए ऐसी दलिलें देता है। JE पूरी तरह दोषी हैं और खुद को निर्दोष साबित करने के लिए नोखा की जनता को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।उन पर कार्रवाई होनी चाहिए।

JE अंकुर गगन पर हो चुकी है कार्रवाई की अनुशंसा

बहरहाल क्वारंटाइन सेंटर में हुआ हंगामा अब सर्वविदित है। इसे लेकर JE अंकुर गगन पर कार्रवाई की अनुशंसा भी हो चुकी है, जिस पर उन्हों ने भी अपना पक्ष रखा है।JE का पक्ष और जनता की बात फिलहाल दोनो अपनी जगह सही हैं, लेकिन दोनों में से कोई एक दोषी जरूर है, ऐसे में जांच जरूरी है। अब देखना यह है कि कार्रवाई से पहले अधिकारी मामले की जांच करवाते हैं, या सीधे कार्रवाई कर देते हैं, या फिर मामले को ठंढे बस्ते में डाल देते हैं।

JE द्वारा बताई गई मामले से जुड़ी कुछ गौर करने वाली बातेंः

  • क्वारंटाइन सेंटर पर एक भी पुलिस वाले की तैनाती नहीं है।
  • क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे सभी लोग नोखा नगर पंचायत क्षेत्र के रहने वाले हैं।
  • रात में कई प्रवासी क्वारंटाइन सेंटर की चहारदीवारी लांघ कर अपने घर चले जाते हैं।
  • कई लोग बाजार में पान, गुटखा, सिगरेट खरीदने भी जाते रहते हैं।
  • प्रवासियों के परिजनों का क्वारंटाइन सेंटर के गेट पर आना-जाना लगा रहता है।
  • कथित तौर पर क्वारंटाइन सेंटर के कैंपस में शराब की खाली बोतलें भी पाई गई हैं।
  • नशेड़ियों और जुएड़ियों का अड्डा रहा है बुद्धन चौधरी उच्च विद्यालय का प्रांगण।