एशिया का सबसे बड़ा HST भारत में, Audi हो या BMW सभी गाड़ियों का होगा स्पीड टेस्ट

नई दिल्लीः भारी उद्योग एवं लोक उद्यम मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मंगलवार को इंदौर में NATRAX- हाई स्पीड ट्रैक (HST) का उद्घाटन किया। NATRAX एशिया का सबसे लंबा और दुनिया का 5 वां सबसे लंबा ट्रैक है। इसे 1000 एकड़ भूमि के क्षेत्र में विकसित किया गया है। इस ट्रैक पर 2 पहिया वाहनों से लेकर भारी ट्रैक्टर ट्रेलरों तक के सभी प्रमुख श्रेणी वाले वाहनों की हाई स्पीड परीक्षण की जा सकेगी। यह ट्रैक वाहनों के लिए सभी प्रकार के हाई स्पीड परीक्षण का एक प्रमुख केंद्र होगा।

विश्व स्तरीय 11.3 किमी लंबे हाई स्पीड ट्रैक के उद्घाटन पर बोलते हुए, जावड़ेकर ने कहा कि भारत का Automobile और Spare Parts Manufacturing  केंद्र बनना तय है। मंत्री ने कहा, ‘हम तेजी से आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ रहे हैं और इस दिशा में चौतरफा प्रयास किए जा रहे हैं’। उन्होंने कहा, उनका मंत्रालय प्रधानमंत्री के सपने को पूरा करने के लिए के लिए प्रतिबद्ध है जिसके तहत भारत Auto Manufacturing का केंद्र बनेगा। उन्होंने कहा, Automobile and Manufacturing Industry के विस्तार से नए रोजगार पैदा करने में भी सहयोग मिलेगा।

NATRAX- High Speed Track (HST) में कई परीक्षण क्षमताएं हैं, जैसे अधिकतम गति को आंकना, एक्सीलरेशन, तय गति परईंधन की खपत क्षमता, Real road Driving Simulation के माध्यम से उत्सर्जन परीक्षण, लेन बदलने के दौरान के दौरान वाहन की स्थिरता, उच्च गति की निरंतरता परखने की सुविधा है।इसके अलावा यह वाहनों के डायनेमिक्स काएक उत्कृष्टता केंद्र है।

HST का इस्तेमाल BMW, Mercedes, Audi, Ferrari, Lamborghini, Tesla आदि जैसी कारों की अधिकतम हाई स्पीड क्षमता को मापने के लिए किया जाता है। जिसे किसी अन्य भारतीय परीक्षण ट्रैक पर नहीं मापा जा सकता है। मध्य प्रदेश में स्थित होने के कारण, यह अधिकांश OEM के लिए सुलभ है। विदेशी OEM भी भारतीय परिस्थितियों के लिए प्रोटोटाइप कारों के विकास के लिए NATRAX-HST के इस्तेमाल पर विचार करेंगे। वर्तमान में, विदेशी OEM हाई स्पीड परीक्षण जरूरतों के लिए विदेश में उच्च गति वाले ट्रैक पर परीक्षण करते हैं।

वैश्विक स्तर पर सबसे सुरक्षित परीक्षण ट्रैक NATRAX

यह सभी प्रकार के हाई स्पीड परीक्षणों के लिए एक प्रमुख स्थान है, जो दुनिया में सबसे बड़े ट्रैकों में से एक है। यह सभी तरह की श्रेणी वाले वाहनों की जरूरत को पूरा कर सकता है। दो पहिया वाहनों से लेकर सबसे भारी ट्रैक्टर ट्रेलरों तक के वाहनों का इस ट्रैक पर परीक्षण किया जा सकता है। ट्रैक के घुमावों पर वाहनों की स्टेयरिंग का नियंत्रण 375 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति पर भी किया जा सकता है। इसके लिए ट्रैक को कम अंडाकार बनाया गया है। जो इसे वैश्विक स्तर पर सबसे सुरक्षित परीक्षण ट्रैक में से एक बनाता है।