मुंबईः फिल्म निर्माता आयशा सुल्ताना के खिलाफ देशद्रोह के मामले की जांच कर रही लक्षद्वीप पुलिस ने आज बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने फोरेंसिक जांच के लिए आयशा का मोबाइल फोन जब्त कर लिया है। इससे पहले सुल्ताना से गुरुवार को देशद्रोह मामले में पूछताछ की गई थी और आज फिर से कवरत्ती पुलिस थाने में तलब किया गया। हालांकि, इस मामले में आयशा सुल्ताना को न्यायाल से अग्रिम जमानत मिल गई है।
इस कार्रवाई के बाबत पुलिस ने कहा कि फोरेंसिक जांच के लिए मोबाइल फोन जब्त कर लिया गया है, जो मामले की चल रही पड़ता का हिस्सा है। पुलिस ने कहा, “इस तरह के गंभीर मामले में डिजिटल उपकरणों की फोरेंसिक जांच एक आम बात है। हमें मामले ककी पड़ताल के नजरिए से इसकी जांच करने की जरूरत है।”
पुलिस ने कहा कि अपराध की गंभीरता को देखते हुए मामले की व्यापक जांच की जा रही है। यदि कोई संदेश हटा दिया जाता है, तो उन्हें पुनः प्राप्त किया जाएगा और फोरेंसिक जांच के दौरान पड़ताल की जाएगी। उन्होंने कहा कि मामले में बहुत सारी जानकारी एकत्र करने की जरूरत है, जिसे उच्च न्यायालय के संज्ञान में भी लाया गया था।
मीडिया को दिए एक वीडियो संदेश में, सुल्ताना ने आरोप लगाया कि पुलिस ने फोन को जब्त करने के बाद, उन्हें फोन में दर्ज महत्वपूर्ण नंबरों को नोट करने की अनुमति नहीं दी। उनका कहना है कि फोन जब्त होने के बाद उनके पास उनके किसी रिश्तेदार का संपर्क नंबर नहीं है। वे अपनी मां से संपर्क करने में सक्षम नहीं हैं।
बता दें, सुल्ताना ने एक क्षेत्रीय चैनल पर एक डिबेट के दौरान, प्रशासक प्रफुल्ल पटेल के फैसलों पर द्वीप में कोविड मामलों को दोषी ठहराया और टिप्पणी की कि केंद्र ने लक्षद्वीप के खिलाफ “जैव-हथियार” का इस्तेमाल किया था।
गौरतलब है कि सुल्ताना ने बुधवार को लगभग आठ घंटे की लंबी पूछताछ के दौरान कहा था,” पुलिस ने पूछा था कि क्या उनका विदेश में कोई संपर्क है। उन्होंने कहा, “उन्होंने मेरा व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम और फेसबुक अकाउंट चेक किया। वे यह पता लगा रहे थे कि क्या मेरा विदेश से कोई संबंध है।” इससे पहले रविवार को उनसे तीन घंटे तक पूछताछ की गई थी।