चंद माह की नीतीश सरकार, बहने लगी राजनीति की नई बयार

पटना: चुनाव हुए ज्यादा दिन नहीं हुए लेकिन अभी से ही बिहार की राजनीति भूचाल की स्थिति में आ गई है। कैबिनेट विस्तार में लेट होने की ठीकरा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सहयोगी भाजपा के सिर फोड़ दिया तो भाजपा ने नसीहत दे डाली। उधर एनडीए के सहयोगी ‘हम’ के सुप्रीमो जीतनराम मांझी तेजस्वी की तारीफ कर अलग समा बना रहे हैं।

ठीकरा भाजपा पर

शपथग्रहण के साथ 13 मंत्री भी सरकार का हिस्सा बने थे लेकिन शेष विभागों के लिए कैबिनेट विस्तार की जरूरत थी। समय बीतते जाने पर जब सवाल उठने लगे तब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि भाजपा की तरफ कोई बात सामने नहीं आई है। लोग मानने लगे कि खरमास यानी 14 जनवरी के बाद ही अब कैबिनेट विस्तार संभव है।

मांझी के अलग तेवर

इस बीच जीतनराम मांझी ने विपक्ष के नेता तेजस्वी की तारीफ कर अलग सनसनी फैला दी जबकि वे एनडीए के सहयोगी हैं। उधर राजद खेमे के नेता कहने लगे हैं कि नीतीश जी केंद्र सरकार में जाने से पहले तेजस्वी का राजतिलक कर दें। नीतीश के केंद्र में जाने की हवा भी सूबे की राजनीति में चल रही है।

भाजपा की नसीहत

अब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल सामने आते हैं। उनका बयान आया है कि यही भाजपा की कार्यशैली है जिसे नीतीश जी को समझना होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा का काम करने का तरीका अलग है। वह अपने तरीके से काम करती है।

अजय वर्मा
अजय वर्मा
समाचार संपादक