Bihar Assembly Election 2020: विपक्षी महागठबंधन में फूट के आसार, उपेंद्र कुशवाहा ले सकते बड़ा फैसला

पटना: बिहार विधानसभा के चुनावी दंगल में विपक्षी महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर खींचतान शुरू हो गई है। जहां RJD बिहार की प्रमुख पार्टी है तो वहीं कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी के तौर पर ज्यादा सीट चाहती है। इस बीच खबर आ रही है कि विपक्षी महागठबंधन की बैठक से अलग उपेंद्र कुशवाहा बागी तेवर अपनाते हुए अलग बैठक ले सकते हैं।

बिहार विभानसभा चुनाव में 243 सीटों के लिए महामुकाबला होने वाला है। विपक्षी महागठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस, NCP,राष्‍ट्रीय लोक समता पार्टी और VIP प्रमुख पार्टियां हैं। क्षेत्रीय आधार पर RJD की पकड़ मजबूत है, वहीं कांग्रेस सहित अन्य पार्टियों का जनाधार आरजेडी के मुकाबले कम है।

सूत्रों के अनुसार विपक्षी महागठबंधन की गुरूवार को होने वाली बैठक में संभावना जताई जा रही है की सीटों के बंटवारे में आम राय भी बन सकती है और विपक्षी महागठबंधन में फूट पड़ने से चुनावी समीकरण पूरी तरह से बदल भी सकता है।

वहीं एनडीए में मुख्यमंत्री पद के लिए नीतीश कुमार निर्विवाद उम्मीदवार हैं। गौरतलब है की पिछले दिनों गृहमंत्री अमित शाह ने अपने बिहार दौरे में नीतीश कुमार को NDA का मुख्यमंत्री बताकर सारी अटकलों को दरकिनार कर दिया था। हालांकि अब लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) सुप्रीमो चिराग पासवान (Chirag Paswan) भी सम्‍मानजनक सीटों से कम पर झुकने को तैयार नहीं हैं। चिराग ने पहले से सम्‍मानजनक सीटें नहीं मिलने पर बिहार में अकेले 143 सीटों पर लड़ने का ऐलान कर रखा है। बताया जाता है कि इस मामलें में चिराग को भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जितनी सीटें ऑफर की हैं, उतने से वे संतुष्‍ट नहीं हैं।

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले एनडीए व महागठबंधन दोनों के लिए सीटों का मसला बड़ा बनता जा रहा है। ऐसे में दोनों गठबंधनों में किसी बड़े उलटफेर की संभवना बनती दिख रही है। महागठबंधन में नाराज चल रहे उपेंद्र कुशवाहा को एनडीए के नेता वेलकम कर रहे हैं तो एनडीए में नाराज चिराग के लिए भी महागठबंधन के दरवाजे खुल सकते हैं।
हालांकि, दोनों नेताओं ने इसकी पुष्टि नहीं की है।