आर्किटेक्ट ने कहा, लैंडमार्क के तौर पर याद किया जाये छत्तीसगढ़ का नया विधानसभा भवन

रायपुर: छत्तीसगढ़ के प्रस्तावित नये विधानसभा भवन के चीफ आर्किटेक्ट संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि यह इमारत छत्तीसगढ़ प्रदेश ​की एक लैंडमार्क बिल्डिंग के तौर पर याद की जाये। इसे डिजाइन करते वक्त उनके दिलो दिमाग में एक ही बात हैl

श्रीवास्तव ने बताया कि इसे डिजाइन करने से पहले गोवा, बैंगलोर, भोपाल और जयपुर सहित कई क्लासिकल विधान भवन का दौरा किया। साथ ही हमने यह भी देखा, उन इमारतों के आर्किटेक्ट्स ने किन बातों का ध्यान रखा होगा।

उन्होंने बताया कि कई दफा जब इस तरह की बिल्डिंग की डिजाइन कागज पर बनायी जाती है, तब बेहद अच्छी लगी है। मगर जब बिल्डिंग बनकर तैयार हो जाती है तब इतनी बेहतरीन नहीं लगती है। इसका बड़ा कारण है कि इस तरह की ऐतिहासिक इमारत को वक्त कई बातों का ध्यान नहीं रखा जाता है।

रायपुर नगर निगम की बिल्डिंग के आर्किटेक्ट रहे संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि जब लोग उस इमारत के सामने सेल्फी लेते हैं तब मुझे बेहद खुशी होती है।

श्रीवास्तव ने बताया कि आर्किटेक्ट की भाषा में कहें तो कॉलम, आर्डर सबका केल्कुकेशन करना पड़ता है। यही सबसे बड़ा कारण है कि इस बिल्डिंग का मुख्य गुंबद सांची के स्तूप की तरह लग रहा है। इसके अलावा, इस बिल्डिंग में छत्तीसगढ़ के भौरमदेव मंदिर और बारसूर मंदिर के कॉलम का उपयोग किया जायेगा।

उन्होंने कहा कि इसकी एक और बड़ी बात है कि इसमें छत्तीसगढ़ के स्टोन का उपयोग किया जायेगा। बाहर के स्टोन का उपयोग ना के बराबर किया जायेगा। इसमें हमने भारतीय वास्तुशिल्प की तरह चारबाग बनाया है। छत्तीसगढ़ विधानसभा भवन का बजट 275 करोड़ रूपये है।

श्रीवास्तव ने बताया कि इस बिल्डिंग की इमारत के मुख्य गुंबद के नीचे लाइब्रेरी बनायी जायेगी। साथ ही, इस बात का खास ध्यान रखा गया है कि आने वाले वक्त में जरूरत के मुताबिक बड़ा किया जा सकता है।

दीपक सेन
दीपक सेन
मुख्य संपादक