बचे 78 सीटों पर 7 को वोटिंग, एक लोकसभा सीट पर भी उपचुनाव

पटना: विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण में 78 विधानसभा क्षेत्रों में शनिवार को मतदान होगा। इस दौर में राजग और महागबंधन के बीच कांटे के मुकाबला है। 15 जिलों में करीब 2.34 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इस चरण में सबकी नजरें पप्पू यादव और ओवैसी के प्रभाव वाले क्षेत्र पर लगी हैं।

उपचुनाव के लिए भी वोटिंग

शनिवार को ही वाल्मीकि नगर लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए भी वोट पड़ेंगे। इस सीट पर जदयू सांसद वैद्यनाथ महतों के निधन के कारण उपचुनाव कराया जा रहा है। जदयू ने दिवंगत वैद्यनाथ महतों के पुत्र सुनील कुमार को टिकट दिया है। उनका मुख्य मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार और पत्रकारिता से राजनीति में आए प्रवेश कुमार मिश्रा से है।

सीमांचल क्षेत्र में ओवैसी का प्रभाव

78 में से काफी सीटें उत्तर बिहार में स्थित हैं। इनमें से कई सीटें कोसी-सीमांचल क्षेत्र में स्थित है जहां एनडीए और महागठबंधन की लड़ाई में AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी का अच्छा खासा प्रभाव माना जाता है। हैदराबाद के सांसद ओवैसी की पार्टी ने मुस्लिमों की अच्छी खासी आबादी वाले इस इलाकों में अपने उम्मीदवार उतारे हैं और सघन चुनाव प्रचार किया है।

अल्पसंख्यक वोट पर दारोमदार

सीमांचल में मुस्लिम वोटरों की तादाद काफी ज्यादा है। अररिया, किशनगंज, कटिहार और पूर्णिया में मुस्लिमों की आबादी 55 फीसदी से ज्यादा है। इन इलाकों में योगी आदित्यनाथ बीजेपी और एनडीए के पक्ष में जमकर प्रचार किया। कटिहार में आदित्यनाथ ने अवैध घुसपैठ का मुद्दा उठाते हुए कहा कि अगर एनडीए की सरकार बनी तो इस समस्या का समाधान होगा। वहीं, ओवैसी मुस्लिमों को अपने पक्ष में करने के लिए NRC का जमकर विरोध कर रहे हैं। महागठबंधन के नेता लगातार बयान दे रहे थे कि उनकी सरकार आई तो बिहार में NRC लागू नहीं होगा।

अजय वर्मा
अजय वर्मा
समाचार संपादक