नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, शिरोमणि अकाली दल (शिअद) प्रमुख सुखबीर सिंह बादल, एसजीपीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह लोंगोवाल एवं अन्य ने पाकिस्तान के लाहौर स्थित एक गुरुद्वारे को मस्जिद में बदलने के प्रयासों की निंदा की। साथ ही इन लोगों ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से आग्रह किया कि वह इस मुद्दे को पाकिस्तान की सरकार के साथ उठायें।
सिंह ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘लाहौर में पवित्र गुरुद्वारा श्री शहीदी स्थान को मस्जिद में बदलने के प्रयासों की कड़ी निंदा करता हूं। यह स्थान भाई तारू सिंह जी का शहादत स्थल है। विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर से अपील करता हूं कि वह पंजाब की इस चिंता को सख्ती से पाकिस्तान के समक्ष उठाते हुए सिखों के धार्मिक स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहें।’’
गुरुद्वारा शहीदी स्थान एक ऐतिहासिक स्थल है, जहां भाई तारू सिंह ने 1745 में सर्वोच्च बलिदान दिया था।
भारत ने नौलखा बाजार स्थित गुरुद्वारे को मस्जिद में बदलने के प्रयासों की खबरों के बाद सोमवार को पाकिस्तान उच्चायोग के समक्ष विरोध दर्ज कराया था।
शिरोमणि अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने जयशंकर से पाकिस्तान सरकार के साथ इस मुद्दे को उठाने का आग्रह किया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पवित्र गुरूद्वारे में किसी भी तरह का बदलाव नही किया जाए।
शिअद प्रमुख ने यहां एक बयान में कहा कि पाकिस्तान से आयी खबरों ने संकेत दिया कि 18वीं सदी के गुरुद्वारे को मस्जिद में बदलने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
बादल ने कहा कि पाकिस्तान सरकार से स्पष्ट आश्वासन लिया जाना चाहिए कि इस तरह के कृत्य की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने मांग की कि इसके पीछे जो भी हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। बादल ने जयशंकर से अनुरोध किया कि वे पाकिस्तान में सभी सिख और हिंदू धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के मुद्दे को उच्चतम स्तर पर उठाएं।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि सिखों और हिंदुओं को उनकी आस्था के सिद्धांतों का पालन करने में किसी भी तरह की बाधा का सामना न करना पड़े। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने भी इस घटना की निंदा की।
आम आदमी पार्टी के विधायक हरपाल सिंह चीमा ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से उपासना स्थल की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा।