नई दिल्लीः आगामी गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जम्मू-कश्मीर की क्षेत्रीय पार्टियों से बातचीत करेंगे। इस (Jammu Kashmir All Party Meeting) दौरान वे उनसे जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने के मशले पर बातचीत करेंगे। इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली में जम्मू-कश्मीर पर दो महत्वपूर्ण बैठकें हो चुकी हैं। जम्मू-कश्मीर को दोबारा राज्य का दर्जा देने की रणनीति पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल कई महीने से काम कर रहे थे।
बैठक में शामिल नहीं होंगी महबूबा मुफ्ति
ख़बर है कि गुरुवार 24 जून को जम्मू-कश्मीर की क्षेत्रीय पार्टियों के साथ पीएम की होने वाली इस बैठक में पूर्व मुख्मंत्री महबूबा मुफ्ति शामिल नही होगी। इस बैठक में प्रदेश के 14 नेताओं को बुलाए जाने की चर्चा है।
केंद्र ने किया था संपूर्ण राज्य का दर्जा लौटाने का वादा
मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा जल्द दिया जा सकता है। पूर्व में इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह द्वारा वादा भी किया गया था।
बंटवारे की अफवाह पर केंद्र ने दी सफाई !
सर्वदलीय बैठक से पहले जम्मू-कश्मीर के विभाजन को लेकर चल रहीं अफवाहों को सरकार से जुड़े सूत्रों ने खारिज कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक जम्मू और कश्मीर को कई हिस्सों में बांटे जाने की बात बिल्कुल गलत और बेबुनियाद हैं। सरकार ऐसा कुछ भी नहीं करने जा रही है।
इस साल अंत तक हो सकते हैं जम्मू-कश्मीर विधासभा चुनाव!
केंद्र सरकार की ओर से कहा गया है कि वह सभी राजनीतिक दलों के सहयोग से 2021 के भीतर जम्मू-कश्मीर की परिसीमन प्रक्रिया को सुचारू रूप से पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि जम्मू-कश्मीर में जल्द से जल्द विधानसभा चुनाव कराये जा सकें। सूत्रों ने संकेत दिया कि विधानसभा चुनावों की संभावित तारीखें और विकल्पों जिन पर विचार किया गया है वह नवंबर/दिसंबर 2021 या अगले साल मार्च / अप्रैल की हो सकती हैं।