पहले चरण में इतने फीसद मतदान, मांझी समेत आठ मंत्रियों की किस्मत पेटी में बंद

पटनाः विधानसभा चुनाव के पहले चरण में करीब साढ़े 53 फीसद वोट पड़े। मतदान शांतिपूर्ण रहा। वोट 16 जिलों के 71 विधानसभा क्षेत्रों में पड़े। इस चरण में बिहार सरकार के आठ मौजूदा मंत्रियों की किस्मत ईवीएम मशीन में बंद हो गयी। चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़े के मुताबिक बांका जिले के धोरैया सीट पर सबसे ज्यादा 62.5% वोटिंग हुई है जबकि भोजपुर जिले के संदेश सीट पर सबसे कम 43.8% वोटिंग हुई है।

कोरोना काल में पहला चुनाव

कोरोना काल में किसी सूबे में यह पहला चुनाव है। हालांकि चुनाव की घोषणा से पहले इसका व्यापक विरोध हुआ था लेकिन सरकार इसके पक्ष में थी। जिन मंत्रियों की किस्मत दांव पर आज लगी है उनमें जहानाबाद से कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, बांका से रामनारायण मंडल, जमालपुर से शैलेश कुमार, लखीसराय से विजय कुमार सिन्हा, राजपुर से संतोष निराला, चैनपुर से ब्रजकिशोर बिंद, दिनारा से जयकुमार सिंह और गया टाउन से प्रेम कुमार शामिल हैं। इन आठ में चार जदयू जबकि चार भाजपा के सिम्बल पर चुनाव लड़ रहे थे।

नतीजे 10 नवंबर को

पहले समेत कुल तीन चरणों के मतदान की गणना 10 नवंबर को होगी। पहले चरण में आठ मंत्रियों के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की भी किस्मत ईवीएम में बंद हो गई है। इमामगंज (सु) सीट से चुनाव लड़ने वाले मांझी की लड़ाई पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी से है जो राजद के सिम्बल पर मैदान में हैं।

अजय वर्मा
अजय वर्मा
समाचार संपादक