DGP गुप्तेश्वर पाण्डेय का VRS, सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत को भुनाया

नई दिल्ली: बिहार के DGP गुप्तेश्वर पाण्डेय का VRS (Gupteshawar Pandey got VRS) साफ तौर पर इस तरफ इशारा करता है कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत को उन्होंने अपनी सियासी जमीन तैयारी करने के लिए उपयोग किया। ​ऐसा इसलिए कहना पड़ रहा है कि बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय को सुशांत सिंह राजपूत की मौत के पहले देश में बहुत कम लोग जानते थे। मगर सुशांत के मामले के बाद अपने बयानों और कार्यप्रणाली को लेकर पूरा देश पाण्डेय को जानने लगा है।

ट्विटर पर किया ट्रोल

इस बीच ट्विटर पर लोगों ने गुप्तेश्वर पांडेय को ट्रोल करना शुरू कर दिया है। रोहिणी शर्मा नामक यूजर्स ने ट्वीट किया, “बिहार के DGP गुप्तेश्वर पांडे इस्तीफ़ा देकर विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने IPS पद को कलंकित कर दिया। सुशांत सिंह राजपूत उनके लिए महज एक टूल थे अपनी राजनीतिक ज़मीन बनाने के लिए। पद पर रहते हुए वो महिलाओं को ‘औक़ात’ दिखा संविधान का मर्दन कर रहे थे। अब नेता बन कर उसे रौंदेंगे।”

वहीं एक अन्य ट्वीट में रजत शर्मा नामक यूज़र्स ने कहा, “याद दिला दूँ ये वही IPS है जो सुशांत केस में बड़बोले बोल बोल रहे थे। रिया को औकात बता रहे थे। तुम सोचते रह जाना कि बात सुशांत के इंसाफ की है और तुम्हारी नाक के नीचे से ये खेल जाएंगे तुम्हे पता भी नही लगेगा। ‘जागो भारत जागो’। ‘कंगना रनौत को अग्रिम बधाइयाँ’l”

वहीं कुछ देर पहले गुप्तेश्वर पांडेय ने राजनेता की तरह ट्वीट किया, “है कौन विघ्न ऐसा जग में, टिक सके वीर नर के मग में? खम ठोंक ठेलता है जब नर, पर्वत के जाते पाँव उखड़। मानव जब जोर लगाता है, पत्थर पानी बन जाता है। राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकरजी की जयंती पर सादर नमन।”

गुप्तेश्वर पांडेय के आगामी चुनाव लड़ने की चर्चा

1987 बैच के आईपीएस ऑफिसर गुप्तेश्वर पांडेय को जनवरी 2019 में बिहार का डीजीपी बनाया गया। बतौर डीजीपी उनका कार्यकाल 28 फरवरी 2021 तक था। हालांकि, उन्होंने मंगलवार को कार्यकाल पूरा होने से पहले रिटायरमेंट का फैसला लिया। जिसे प्रदेश सरकार ने मंजूर कर लिया। उनके VRS के बाद चर्चा इस बात की भी है कि गुप्तेश्वर पांडेय लोकसभा की वाल्मीकि नगर सीट से या आगामी बिहार चुनाव में विधानसभा में एनडीए की ओर से उम्मीदवार हो सकते हैं।

दीपक सेन
दीपक सेन
मुख्य संपादक