नई दिल्ली: सुरक्षा हालात का जायजा लेने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार से लेह और जम्मू कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर हैं। अपने दौरे के पहले दिन वे लेह गए और वहां की सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया था। लेह के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर के केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के निकट एक अहम चौकी का शनिवार को दौरा किया।
रक्षा मंत्री के साथ प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे नॉर्थ हिल चौकी पहुंचे जहां वरिष्ठ अधिकारियों ने सीमा पर हालात के संबंध में उन्हें जानकारी दी।
चौकी का दौरा किया
सिंह ने सैनिकों के साथ तस्वीर पोस्ट करते हुए ट्वीट किया,‘‘ जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में एलओसी के निकट एक अग्रिम चौकी का आज दौरा किया और वहां तैनात सैनिकों से बातचीत की। हमें हर हालात में देश की रक्षा करने वाले इन बहादुर और जाबांज सैनिकों पर गर्व है।’’
बाबा बर्फानी का दर्शन किया
इससे पहले जम्मू कश्मीर के दौरे के दूसरे दिन रक्षा मंत्री ने सुबह अमरनाथ गुफा मंदिर में बाबा बर्फानी की जाकर पूजा अर्चना की थी।
अधिकारियों ने बताया कि रक्षा मंत्री ने शुक्रवार को जम्मू कश्मीर में शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ सुरक्षा हालात की समीक्षा की थी।
उन्होंने सशस्त्र बलों से पाकिस्तान के किसी भी ‘‘दुस्साहस’’ का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए कहा। उच्च स्तरीय बैठक में रक्षा मंत्री ने सशस्त्र बलों से पाकिस्तान के साथ लगती नियंत्रण रेखा पर कड़ी निगरानी रखने के लिए भी कहा।
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शुक्रवार को पूर्वी लद्दाख का दौरा करने के बाद राजनाथ सिंह एकीकृत रक्षा प्रमुख जनरल बिपिन रावत, सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे के साथ दोपहर को श्रीनगर पहुंचे। श्रीनगर पहुंचे राजनाथ सिंह ने वहां एक उच्च स्तरीय बैठक में हिस्सा लिया था, जहां उन्होंने जम्मू कश्मीर की सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया था।
अधिकारियों की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक सुरक्षा स्थिति के लिए आयोजित बैठक में जनरल रावत और जनरल नरवणे के अलावा जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल जी सी मुर्मू, चिनार कोर के कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बी एस राजू और पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह भी मौजूद थे।
उनके अनुसार वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों ने रक्षा मंत्री को पाकिस्तान से लगती नियंत्रण रेखा की स्थिति एवं आतंकवाद निरोधक अभियानों के बारे में बताया।