भोपाल: रेलवे का भोपाल मंडल में अब यात्रियों के रिजर्वेशन की जानकारी करीब साढ़े तीन साल (42 महीने) तक रिकॉर्ड में रहेगी। इससे जहां रेलवे को 50 लाख रुपए की हर साल बचत होगी। वहीं इससे अपराध समेत अन्य मामलों की पड़ताल में इससे मदद भी मिल सकेगी।
यह विकल्प भोपाल मंडल के डीआरएम उदय बोरवणकर और वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक विजय प्रकाश ने निकाला है। इससे अब चार्ट की कॉपियां बनाने की जरूरत नहीं होगी। इसे कहीं भी कभी भी देखा जा सकेगा। समय आने पर तत्काल काफी भी निकाली जा सकेगी।
140 गाड़ियों का बनता है रिजर्वेशन चार्ट
इस डाटाबेस को बनाए रखने के लिए एक विशेष प्रकार की आईडी है। जिसके माध्यम से 42 माह तक रिजर्वेशन चार्ट को किसी भी समय प्रिंट किया जा सकता है।
अभी मंडल के हरदा, इटारसी, होशंगाबाद, हबीबगंज, संत हिरदाराम नगर, भोपाल, विदिशा, गंजबासोदा, बीना एवं गुना स्टेशन के रिजर्वेशन केंद्र में 140 यात्री गाड़ियों के चार्ट तैयार किए जाते है।
इसकी एक हार्ड कॉपी रिकार्ड के रूप में रखी जाती है। इस नई तकनीक के बाद अब हार्ड कॉपी की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे मंडल को हर साल लगभग 50 लाख रूपए की बचत होगी।
मंडीदीप यार्ड के नॉन-इंटरलाकिंग का कार्य समय से पहले पूरा
मंडीदीप यार्ड के डिजाइन को तीसरी लाइन के अनुसार परिवर्तित करने का कार्य समय से पहले पूरा हो गया। इससे मंडीदीप स्टेशन पर यात्रियों के लिए अलग से प्लेटफार्म चालू किए गए।
पैदल ऊपरी पुल को यात्रियों को लिए शुरू कर दिया है।