पढ़िए- RJD चीफ लालू यादव के जीवन से जुड़ी एक दिलचस्प और अनसुनी कहानी

पटनाः यह तो पूरा देश जानता है कि RJD चीफ लालू यादव का बचपन अत्यंत गरीबी, मुफलिसी, बेबसी और निर्धनता में बीता है। लिहाजा मैट्रिक पास करने के बाद अन्य मध्यम वर्गीय परिवार के बच्चों की तरह ही लालू भी नौकरी की तलाश में लग गए थे। उस दौरान बिहार सरकार में सिपाही भर्ती के लिए इश्तेहार निकला था। लालू ने भी उसमें किस्मत आजमाई थी।

लालू यादव की शारीरिक परीक्षा सिवान में थी। निर्धारित तिथि पर लालू ‘फिजिकल टेस्ट’ स्थल पर पहुंचे। उस वक्त सिवान सारण जिले का एक अनुमंडल हुआ करता था। सारण यानी छपरा के तत्कालीन एसपी ने अपने एएसपी को तब आदेश दे रखा था कि शारीरिक परीक्षा तुम ही अपनी देखरेख ले लो।

बहरहाल, नियत समय पर अभ्यर्थी चयन स्थल के इर्द-गिर्दजमा थे। सारण पुल्स कप्तान के फरमान पर तेजतर्रार IPS अधिकारी डॉ. शिवचंद्र झा उम्मीदवारों को इम्तहान से पहले कुछ समझा रहे थे। इसी बीच मुंह में पान दबाए छरहरे कदकाठी का एक युवक डॉ. झा के समक्ष हाजिर हुआ। उसने सीधे ASP शिवचंद्र झा से सवाल दागा- ‘ऐ एसपी साहब! हाई जंप के रस्सी काहे इतना उंचा किए हुए हैं… कूदते वक्त कहीं रस्सिया में पैरवा अझूराया (उलझा), तो लोलट फट जाएगा…क्या गवर्नमेंट गोड़-हाथ टूटने या मुंह फटने की जिम्मेदारी अपने उपर लेगी?’

नौजवान अभ्यर्थी की बातें सुनकर और बोलने की स्टाईल देखकर डॉ. झा ने टिप्पणी की- ‘सिपाही अमूमन लॉ एंड ऑर्डर का दायित्व संभालता है… उसे दौड़ने-भागने, उछलने, छलांग मारने, फांदने में महारथ हासिल होना चाहिए… इसीलिए रस्सी ऊंची रखी गई है।’

फिर क्या था, तैश में उस छोरे के मुंह से यही निकला कि रखो आप अपनी सरकारी नौकरी… जइसे मन करे करो सिपाही में भर्ती… अइसन सिपाही की नौकरी को हम लात मारते हैं… अब हम सिपाही नहीं राजा बनकर राज करेंगे और सिपाही भर्ती के नियम को भी बदलेंगे।

उक्त नौजवान की चुनौती को सुनकर और तेवर को देखकर डॉ. शिवचंद्र झा ने पूछा- ‘क्या नाम है आपका ? नौजवान ने कहा ‘हमको लोग लालू यादव के नाम से पूकारते हैं… पटना के वेटरीनरी कॉलेज स्थित चपरासी क्वार्टर में रहता हूं… भइया वहां आदेशपाल हैं।,

और उसके बाद वह नौजवान परीक्षा में शामिल हुए बगैर ही वहां से चला गया। वह नौजवान था राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का मुखिया लालू प्रसाद यादव। लालू यादव राजनीति में बुलंदियों की ओर बढते हुए बिहार मुख्यमंत्री बन गए और डॉ शिवचंद्र झा विभागिय प्रोनत्ती के साथ DG । यह किस्सा खुद डॉ शिवचंद्र झा अपने खासमखासों को सुनाते रहे हैं।

गौरतलब है कि 2008 में जब डॉ. शिवचंद्र झा बिहार के DGP बने थे तब लालू यादव देश के रेल मंत्री का पद संभाल रहे थे। शिवचंद्र झा अब सेवानिवृत हो चुके हैं, लेकिन लालू यादव आज भी राजनीति के महारथी हैं और बिहार की सियासत उनके इर्दगिर्द घुम रही है। ये बात अलग है कि सक्रिय राजनीति से बाहर इस वक्त वह जेल में हैं।

अभय पाण्डेय
अभय पाण्डेय
आप एक युवा पत्रकार हैं। देश के कई प्रतिष्ठित समाचार चैनलों, अखबारों और पत्रिकाओं को बतौर संवाददाता अपनी सेवाएं दे चुके अभय ने वर्ष 2004 में PTN News के साथ अपने करियर की शुरुआत की थी। इनकी कई ख़बरों ने राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरी हैं।