एक्जिट पोल के बाद महागठबंधन में उत्साह, राजग में मंथन का दौर

पटना: विधानसभा चुनाव के बाद आये एक्जिट पोल ने सभी दलों को चौकन्ना कर दिया है। जीतने वाले संभावित दल जहां सरकार का गुणा—घटाव करने में लगे हैं वहीं प्रमुख प्रतिद्वंद्वी राजग मंथन में व्यस्त हैं। बात—बात पर बयान देनेवाले सुशल मोदी तो खामोश ही हो गये हैं। वोटों की गिनती 10 नवंबर को होने वाली है।

राजद की तैयारी

महागठबंधन को सभी एक्जिट पोल ने बहुमत दिया है सो राजद में अधिक हलचल है। जदयू छोड़ राजद में शामिल हुए श्याम रजक ने कहा कि तेजस्वी की सरकार में कानून व्यवस्था मुंगेर, गोपालगंज और पुनपुन जैसी वारदातें नहीं होगी। इस तरह की घटना को अंजाम देने वाले दोषियों को जेल भेजा जाएगा। कानून का राज होगा। पार्टी ने कार्यकर्ताओं को संदेश भी दिया है कि वे संयम से रहें। नतीजे अगर ऐसे ही रहे तब दीपावली के दिन तेजस्वी के नेतृत्व में शपथ लेने की संभावना बतायी जा रही है।

कांग्रेस को टूट का डर

महागठबंधन का एक भागीदार कांग्रेस है। उसके 70 प्रत्याशी मैदान में थे। लेकिन जीत से पहले ही उसे अपने विधायकों के टूटने का डर है। इसको लेकर पार्टी ने ऑब्जर्वर नियुक्त कर दिया है। बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी ने रणदीप सुरजेवाला और अविनाश पांडेय को ऑब्जर्वर बनाकर पटना भेज दिया है। दोनों महागठबंधन की सरकार बनाने तक बिहार में ही कैंप करेंगे।

राजग में मंथन

एक्जिट पोल ने राजग की नींद उड़ा दी है। भाजपा और जदयू, दोनों मंथन में हैं कि कैसे वे पिछड़ रहे हैं। प्रमुख कारण भीतरघात और चिराग पासवान के रुख को माना जा रहा है। वैसे इस पक्ष को भरोसा है कि हर बार की तरह इस बार भी एक्जिट पोल फेल होगा।

पप्पू—कुशवाहा खेमे में सन्नाटा

उधर पप्पू यादव और उपेंद्र कुशवाहा तथा चिराग पासवान में के खेमे में सन्नाटा है। पप्पू यादव और चिराग खेमा नतीजों को लेकर ज्यादा ही उत्साहित था। कुशवाहा खेमे का भी कमोबेश ऐसा ही हाल है।

अजय वर्मा
अजय वर्मा
समाचार संपादक