मऊ में पुलिस की गोली से ढ़ेर हुआ तीन लाख का ईनामी गैंगस्टर लालू यादव, बनना चाहता था विधायक

अभय पाण्डेय

आजमगढ़ः यूपी के पूर्वांचल समेत बिहार के सिमावर्ती जिलों में आतंक का पर्याय बना अंतरप्रांतिय गैंगस्टर लालू यादव आज तड़के मऊ में हुए एक पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। लालू यादव पर लूट, हत्या, डकैती, रंगदारी समेत 100 से अधिक अपराधिक मुकदमें दर्ज थे। शासन ने उस पर तीन लाख का इनाम घोषित कर खा था।

पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक लालू यादव मऊ जिले के सराय लखंसी का रहने वाला था। उसके खिलाफ सौ से ज्यादा लूट, हत्या, डकैती के मुकदमें दर्ज थे। उसे यूपी और बिहार प्रांत के कई बड़े नेताओं का संरक्षण प्राप्त था, इस वजह से पुलिस चाहकर भी उसके खिलाफ ज्यादा कुछ नहीं कर पा रही थी।

इधर पंचायत चुनाव में उसकी सक्रियता कुछ ज्यादा पढ़ गई थी। वह रंगदारी मांगने, लोगों के चुनाव लड़ने में दखल देने के अलावें कई और गतिविधियों में सक्रिय था। आजमगढ़ में भी उसका जबरदस्त दखल रहा था। परेशान लोग लगातार पुलिस को इनपुट दे रहे थे।

डीआइजी सुभाष चंद्र दुबे ने बताया कि लालू यादव गैंगस्टर बदमाश था। उसका अंत पुलिस के हाथों हो चुका है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि वह खुद विधायक बनना चाहता था। उसने वर्ष 2019 में मऊ के आरटीआइ कार्यकर्ता बालगोविंद की हत्या की थी। उसके अलावा वह जौनपुर में दो करोड़ की डकैती, भदोही गार्ड को गोली मारकर कैश वैन लूटने,  मीरजापुर एवं वाराणसी में सोनार के यहां डकैती डालने के मामले में वांछित था।

गैंगस्टर लालू यादव पर अंकुश लगाने को पुलिस टीमें गठित की गई थीं। उसकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी, कि आज उसका अंत हो गया। इनपुट मिला था कि उसने किसी बड़े नेता की हत्या करने के लिए मऊ में डेरा डाल रखा है। इनपुट पर पुलिस ने उक्त स्थान पर दबिश बनाई और दोनो तरफ के हुई क्रास फायरींग में वह मारा गया।

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आप एक युवा पत्रकार हैं। देश के कई प्रतिष्ठित समाचार चैनलों, अखबारों और पत्रिकाओं को बतौर संवाददाता अपनी सेवाएं दे चुके अभय ने वर्ष 2004 में PTN News के साथ अपने करियर की शुरुआत की थी। इनकी कई ख़बरों ने राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरी हैं।
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