रामचरितमानस भारत की आत्मा, भगवान राम के आदर्श पर चलता है देश- दिलीप मिश्र

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पटनाः भाजपा आईटी एवं डाटा संकलन प्रभारी दिलीप मिश्र ने एक साथ राजद और जदयू दोनों पर हमला बोला है। उन्होंने रामचरित मानस और भगवान श्री राम पर प्रश्न उठाने वालों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि रामचरित मानस तो देश की आत्मा है। जीते भी है तो भगवान राम की पूजा करते हैं और मरते समय भी हे राम कहते हैं।

भाजपा नेता ने कहा कि राम तो इस देश के संविधान में हैं और उन्हीं के आदर्शों पर देश चलता है। रामचरितमानस देश की आत्मा है और उस पर प्रश्न उठाने वाला पापी है, वह मनुष्य नहीं हो सकता। ऐसे लोग मनुष्यरूपी राक्षस बनकर पृथ्वी पर आए हैं।

मिश्र  ने कहा कि राजद ऐसे अनरगल बयानों से जातीय उन्माद फैलाकर जातिवादी की लड़ाई लड़वाना चाहता है। चाहता है। उन्होंने कहा कि राजद को पता है कि अब उसे सीधी लड़ाई से सत्ता नहीं मिलने वाली है इसलिए वह जाति-जाति खेल रही है।

दिलीप ने कहा कि राजद पूरी तरह कन्फ्यूज है। वह समझ नहीं पा रही है कि लालू की विचारधारा पर चले कि तेजस्वी यादव की। राजद ऊंची जातियों और समाज को गाली देने का काम पहले भी करती थी, अब भी कर रही। धार्मिक उन्माद फैलाया जा रहा, जातीय गठबंधन बनाने का प्रयास हो रहा।

उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि तेजस्वी लालू प्रसाद के उतराधिकारी है। लालू प्रसाद के पास वोट है लेकिन तेजस्वी अभी राजनीति में बउआ हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी के पास चार विभाग है है क्या वे दूसरे को भी देंगे। तेजस्वी डेढ़ साल में करोड़पति थे अब तो अरबपति होंगे।

एक प्रश्न के उत्तर में दिलीप मिश्र ने कहा कि लालू प्रसाद की राजनीति में उत्पति 100 में 90 प्रतिशत शोषित नारे से हुई थी। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा अब कितनी बार फसल काटोगे।

उन्होंने जोर देकर कटाक्ष करते हुए कहा कि आज बिहार में राजनीति रूप से दो ही सामंती नीतीश कुमार और लालू प्रसाद बचे हैं। सभी वर्ग चाहे वे  सामान्य जाति हों या पिछड़े, अति पिछड़े हों आरक्षण की श्रेणी में हैं, ये जीवनयापन के लिए संघर्ष कर रहे जबकि नीतीश और लालू प्रसाद बिहार को बर्बाद करने में लगे है।

उन्होंने कहा कि समता पार्टी की स्थापना राजद को हटाने के लिए हुई थी, लेकिन नीतीश फिर से उसे सत्ता तक ले आए, इसलिए भाजपा नीतीश मुक्त बिहार बनाने के लिए कृतसंकल्पित है। उन्होंने कहा कि नीतीश ने राजनीति को कलंकित कर दिया। उन्होंने नीतीश को मायावी बताते हुए कहा कि वे कर्पूरी ठाकुर और कभी लालू के विरोधी भी रहे। लालू प्रसाद को जेल भेजने वाले में भी नीतीश शामिल थे।

एक आईएएस अधिकारी द्वारा बिहार के अधिकारियों को अपमानित करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि नीतीश का इकबाल भले समाप्त हो गया है, लेकिन बिहार का इकबाल नहीं समाप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि नीतीश की राजनीतिक हैसियत भी समाप्त हो गई है इसलिए वे कुछ निर्णय नहीं ले सकते। उन्होंने कहा कि नीतीश सिर्फ कट पेस्ट वाले नेता रह गए हैं।

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