पटना: SSP मानवजीत सिंह ढिल्लो की जुबान फिसल गई और उन्होंने PFI की तुलना RSS से कर दी। SSP के इस बयान के बाद प्रदेश में एक नया विवाद खड़ा हो गया है। BJP ने SSP के इस बयान को आड़े हाथो लिया है और तिखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने कहना है कि पटना के SSP, PFI के प्रवक्ता की तरह बोल रहे हैं। उन्हें अविलंब SSP पद से हटा देना चाहिए।
दरअसल, पटना SSP मानवजीत सिंह ढिल्लो फुलवारी शरीफ में आतंकि मॉड्यूल के भंडाफोड़ को लेकर प्रेस कांफ्रेंस कर रहे थे, जिसमें बोलते-बोलते उन्होंने PFI की तुलना RSS से कर दी। SSP ने कहा कि जैसे RSS की शाखा होती है और स्वयंसेवकों को ट्रेनिंग की दी जाती है। ठीक उसी प्रकार PFI भी अपने लोगों को शारीरिक प्रशिक्षण देती है। मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग देती है। SSP के मुताबिक इन आरोपियों का किसी भी धार्मिक संगठन से कोई लिंक नहीं मिला है। ये बिल्कुल अलग तरीक से काम करते थे। कोई भी काम पब्लिक प्रोफाइल में नहीं करते थे। हालांकि, ये सभी सिमी के कार्यकर्ता हुआ करते थे।
उन्होंने बताया कि PFI, STP जो संगठन हैं, उनके कई संगठन अंडरग्राउंड होते हैं। ये सभी उन्हीं संगठनों से जुड़े हुए थे। उन्हीं के नाम पर मीटिंग कर रहे थे और उसी की आड़ में ट्रेनिंग सेंटर आयोजित किए जा रहे थे। सभी लोग बिहार के ही थे। इनका अमरावती और उदयपुर से कोई कनेक्शन नहीं है। शारीरिक प्रशिक्षण देने के लिए शिविर आयोजित किए जा रहे थे। इनका विजन डॉक्यूमेंट है कि मुस्लिम समुदाय को जो भी प्रताड़ित करेंगे। हम उनकी सुरक्षा के लिए काम करेंगे। जो वर्तमान में जो FIR दर्ज हुई है उसका नूपुर शर्मा मामले से कोई लिंक नहीं है।
आपको बता दें, पटना के फुलवारी शरीफ इलाके में एक आतंकवादी मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ है। इनके निशाने पर प्रधानमंत्री मोदी का बिहार दौरा था, जिसपर वह 12 जुलाई को पटना पहुंचे थे। हमले के लिए पीएम के दौरे से 15 दिन पहले फुलवारी शरीफ में संदिग्ध आतंकियों की ट्रेनिंग भी शुरू हुई थी। वहीं पर छापा मारकर संदिग्धों को पकड़ा गया।
इस मामले में पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए दोनों कथित आतंकवादियों में से एक झारखंड पुलिस का रिटायर्ड दरोगा मोहम्मद जलालुद्दीन और दूसरा अतहर परवेज है। अतहर परवेज पटना के गांधी मैदान में हुए बम धमाके का आरोपी मंजर का सगा भाई है।
पुलिस के मुताबिक दोनों संदिग्ध आतंकवादियों के तार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) से जुड़े हैं। पुलिस ने इन दोनों के पास से PFI का झंडा, बुकलेट, पंपलेट और कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए हैं। जिसमें भारत को 2047 तक इस्लामिक मुल्क बनाने का जिक्र किया गया है।
पुलिस ने बताया है कि यह दोनों संदिग्ध आतंकवादी पिछले कुछ समय से पटना के फुलवारी शरीफ इलाके में आतंक की पाठशाला चला रहे थे। पुलिस के मुताबिक अतहर परवेज मार्शल आर्ट और शारीरिक शिक्षा देने के नाम पर मोहम्मद जलालुद्दीन के एनजीओ चला रहा था। जानकारी के मुताबिक अतहर ने ₹16000 किराए पर मोहम्मद जलालुद्दीन के फुलवारीशरीफ स्थित अहमद पैलेस, नया टोला इलाके में फ्लैट लिया था जहां से वह देश विरोधी मुहिम चला रहा था।