पटना: विधानसभा चुनाव में अब तक आए एग्जिट पोल में कांटे की टक्कर के बीच महागठबंधन की सरकार बनती हुई दिख रही है। इससे निराश जदयू के नेता केसी त्यागी बचाव की मुद्रा में आ गये हैं। प्रकारान्तर से उन्होंने हार स्वीकार कर ली है।
त्यागी ने कबूला एक्जिट पोल
उन्होंने एक चैनल से बातचीत में कहा कि पॉलिटिकल एनालिस्ट होने के नाते गंभीरता से कहता हूं कि जो सफलता होती है वह बहुत बड़े पंख होते हैं। जो असफलता होती है वह बगैर पंख के होती है। अगर जनता ने समझा है कि राजग को एक और सेवा का मौका नहीं दिया जाए तो हमें जनता का फैसला कबूल है। एक बात जरूर कहेंगे कि कि हमने अपनी तरफ से बेहतरीन सेवा करने का प्रयास किया। एक दिन की छुट्टी नहीं ली है नीतीश कुमार ने। जनता का मैंडेट सिर आंखों पर है लेकिन 10 तारीख को आने वाले असली नतीजे का इंतजार करना चाहिए।
10 का इंतजार करें : मनोज तिवारी
उधर भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि एग्जिट पोल पर यकीन नहीं करुंगा। मैं बिहार के लोगों को भली-भांति जानता हूं। वे 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी के वादे पर यकीन नहीं करेगी। फाइनल रिजल्ट में नीतीश कुमार की अगुवाई में ही सरकार बनेगी। भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि एग्जिट पोल में जो सैंपल साइज लिए गए हैं उसके आधार पर 243 सीटों का अनुमान नहीं लगाया जा सकता है। इसलिए फाइनल नतीजे का इंतजार करना चाहिए।
नतीजे बेहतर निकलेंगे : कांग्रेस
इधर कांग्रेस नेता प्रेम चंद मिश्रा ने कहा कि वास्तविक परिणाम महागठबंधन के लिए इससे भी बेहतर आएंगे। भाजपा के खिलाफ पहले से ही नाराजगी है। 2015 में चोर रास्ते से सत्ता में आए। जबकि राजद नेता श्याम रजक ने कहा कि नीतीश कुमार के प्रति नेताओं, कार्यकर्ताओं का भारी अविश्वास है। एग्जिट पोल में यह रिफ्लेक्ट हो रहा है।