पड़ोसी देश नेपाल में संसद भंग, मध्यावधि चुनाव अप्रैल में होंगे

नई दिल्ली: चीन के चंगुल आकर भारत से बैर रखने वाले पड़ोसी देश नेपाल में संसद भंग की जा चुकी है। अब वहां अप्रैल में मध्यावधि चुनाव होंगे। इस चुनाव से नेपाल ही नहीं, भारत भी प्रभावित होगा।

ओली ने की थी सिफारिश

प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने रविवार को ही कैबिनेट की आपात बैठक कर राष्ट्रपति से संसद भंग करने की सिफारिश की थी जिस पर बिद्या देवी भंडारी ने संसद को भंग कर दिया मध्यावधि चुनावों की घोषणा कर दी। चुनाव 2021 में तीस अप्रैल और दस मई को होंगे।

काठमांडू में सुरक्षा कड़ी

नेपाल की संसद को भंग करने की राष्ट्रपति से सिफारिश के बाद प्रधानमंत्री केपी ओली की सरकार ने देश की राजधानी काठमांडू में सुरक्षा के कड़े प्रबंध कर दिए हैं। राजधानी के मुख्य चौकों में पुलिस की भारी संख्या में मौजूदगी है। एक दिन पहले ओली ने पार्टी के अध्यक्ष पुष्पा कमल दहल के साथ-साथ सचिवालय के सदस्य राम बहादुर थापा और शाम को राष्ट्रपति भंडारी के साथ कई दौर की बैठकें की थी।

अजय वर्मा
अजय वर्मा
समाचार संपादक