दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल- मौसम विज्ञान विभाग

नई दिल्लीः भारत मौसम विज्ञान विभाग के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के अनुसार पश्चिमी हवाओं के तेज होने और संवहनीय बादलों में वृद्धि के परिणामस्वरूप दक्षिण पश्चिम मानसून मालदीव-कोमोरिन क्षेत्र के कुछ हिस्सों,दक्षिण बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों, अंडमान सागर के शेष भाग और अंडमान व  निकोबार द्वीप समूह में कुछ और आगे बढ़ा है।

मानसून की उत्तरी सीमा (NLM) अब अक्षांश 5° उत्तर / देशांतर 72° पूर्व, अक्षांश 6° उत्तर / देशांतर 79° पूर्व, अक्षांश 8° उत्तर / देशांतर 86° पूर्व, अक्षांश 11° उत्तर / देशांतर 90° पूर्व, अक्षांश14° उत्तर / देशांतर 93° पूर्व और अक्षांश 16° उत्तर/देशांतर 95° पूर्व से होकर गुजरती है।

भारत में 1 जून से मानसून के आगमन की संभावना

अगले 48 घंटों के दौरान मालदीव-कोमोरिन क्षेत्र के कुछ और हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हो रही हैं। 31 मई से 4 जून के बीच दक्षिण-पूर्व और आसपास के पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इस कारण, 1 जून से केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत के लिए परिस्थितियां अनुकूल होने की प्रबल संभावना है।

 पश्चिम-मध्य अरब सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र

पश्चिम-मध्य अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बना है। अगले 48 घंटों के दौरान इसके कम दबाव के क्षेत्र (डिप्रेशन) के रूप में केंद्रित होने की बहुत संभावना है। अगले 3 दिनों के दौरान इसके उत्तर-पश्चिम की ओर -दक्षिण ओमान और पूर्वी यमन तट – जाने की संभावना है।

मौसम विज्ञान विभाग की मछुआरों के लिए चेतावनी

परिस्थितियों को देखते हुए मौसम विज्ञान विभाग ने मछुआरों को सलाह दी है कि वे 29 मई से 1 जून तक पश्चिम- मध्य अरब सागर और 31 मई से 4 जून तक दक्षिण-पूर्व और पूर्व मध्य अरब सागर में न जाएँ। इस दौरान पश्चिमी विक्षोभ और क्षोभमंडल के निचले स्तरों में एक पूर्व-पश्चिम कम दवाब के क्षेत्र के प्रभाव से, 28/30 मई के दौरान पश्चिमी हिमालय क्षेत्र और आसपास के मैदानी इलाकों में अलग-अलग स्थानों पर बिजली, ओलों व तेज हवाओं के साथ बारिश और आंधी की सम्भावना है।

मैदानी इलाकों और मध्य एवं पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान 3-4 डिग्री सेल्सियस तक कम

इसके परिणामस्वरूप, उत्तर भारत के मैदानी इलाकों और मध्य एवं पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान अगले 3-4 दिनों के दौरान 3-4 डिग्री सेल्सियस तक कम होने की संभावना है। इसलिए आज, उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के अलग-अलग इलाकों में गर्मी ( हीट वेव) की स्थिति बनी रहेगी तथा कल से गर्मी में कमी आयेगी।

अगले 24 घंटों में त्रिपुरा और मिजोरम में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना

अगले 24 घंटों में त्रिपुरा और मिजोरम में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा तथा असम और मेघालय में भारी वर्षा। 28 से 31 मई के दौरान दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा तथा 30 से 31 मई, के दौरान केरल और लक्षद्वीप में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।

News Stump
News Stumphttps://www.newsstump.com
With the system... Against the system