Syrus Mistry Accident Case: पुलिस जांच में सहयोग करेगी कार निर्माता कंपनी

मुंबईः Syrus Mistry Accident Case- पालघर सड़क दुर्घटना में मारे गए उद्योगपति और टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की मौत को लेकर चल रही जांच के बीच कार निर्माता ने कहा कि टीम जहां भी जरूरत होगी अधिकारियों को स्पष्टीकरण देगी और सहयोग करेगे। निर्माता की तरफ से यह टिप्पणी तब आई जब पुलिस ने कार निर्माता कंपनी से पूछा कि दुर्घटनाग्रस्त एसयूवी में एयरबैग दुर्घटना के समय क्यों नहीं खुले।

दुर्घटना ग्रस्त हुई कार निर्माता कंपनी का कहना है, “ग्राहक गोपनीयता का सम्मान करने वाले एक जिम्मेदार ब्रांड के रूप में, हमारी टीम जहां संभव हो वहां अधिकारियों के साथ सहयोग कर रही है, और हम आवश्यकतानुसार सीधे उन्हें कोई स्पष्टीकरण प्रदान करेंगे। हम नवीनतम सुरक्षा सुविधाओं और प्रौद्योगिकियों के साथ अपने वाहनों को लैस करते समय एक जिम्मेदार निर्माता के रूप में सड़क सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने के अपने निरंतर प्रयासों को जारी रखेंगे।,

निर्माता कंपनी ने कहा, “दुर्भाग्यपूर्ण सड़क दुर्घटना में साइरस मिस्त्री और जहांगीर पंडोले के असामयिक निधन से हमें गहरा दुख हुआ है। साथ ही हमें यह जानकर खुशी हुई कि डॉ अनाहिता पंडोले और डेरियस पंडोले ठीक हो रहे हैं।”

इससे पहले Syrus Mistry Accident Case में पालघर पुलिस ने कार निर्माता कंपनी से कई सवाल पूछे। पुलिस ने पूछा, “एयरबैग क्यों नहीं खुले? क्या वाहन में कोई यांत्रिक खराबी थी? कार का ब्रेक फ्लुइड क्या था? टायर का दबाव क्या था?” पुलिस ने कहा कि ये वाहन उचित परीक्षण के बाद ही प्लांट से बाहर निकलते हैं। “ऐसी स्थिति में, निर्माता की जांच के टक्कर प्रभाव की रिपोर्ट क्या है? क्या टक्कर के बाद स्टीयरिंग लॉक हो गया था?” हालांकि, पुलिस द्वारा कार निर्माता से पूछे गए सभी सवालों के जवाब कार निर्माता टीम अपनी रिपोर्ट में देगी।

सूत्रों के अनुसार कार निर्माता कंपनी ने पालघर पुलिस को सूचित किया है कि वाहन की डेटा रिकॉर्डर चिप डिकोडिंग के लिए जर्मनी भेजी जाएगी और जर्मनी से डिकोडिंग के बाद एसयूवी के बारे में विस्तृत जानकारी पुलिस को उपलब्ध कराई जाएगी।

इस प्रक्रिया में कई दिन लग सकते हैं। इस डेटा रिकॉर्डर में वाहन के बारे में विस्तृत जानकारी मिलेगी। ब्रेक, एयर बैग और अन्य मशीनरी कैसे काम कर रही थी, इसकी जानकारी होगी। हादसे के वक्त कार की रफ्तार भी पता चल जाएगी।

पुलिस सूत्रों ने बताया, “ वाहन की गति का अनुमान विभिन्न वीडियो फुटेज या समय गणना के आधार पर लगाया जाता है। वाहन की औसत गति तो पता चल जाएगी लेकिन अलग-अलग समय पर अलग-अलग जगहों पर वाहन की गति का अंदाजा लगाना असंभव है। इसलिए, दुर्घटना के समय वाहन की गति जो भी रही होगी, सटीक जानकारी डेटा रिकॉर्डर से विस्तृत जानकारी मिलने के बाद ही सामने आएगी”।

सूत्रों ने कहा कि साइरस मिस्त्री और अन्य रविवार दोपहर 1:25 बजे उदवाडा से निकले थे और हादसा दोपहर करीब 2:28 बजे हुआ। इसलिए उन्होंने करीब 60 से 65 किलोमीटर की दूरी 1 घंटे 2 मिनट में तय की। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि वे इस यात्रा के दौरान कहीं रुके थे या बीच में बहुत तेज गति से आगे बढ़ रहे थे।

बता दें, जाने-माने उद्योगपति और टाटा संस के पूर्व चेयरमैन मिस्त्री की रविवार शाम मुंबई के पास एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी। पालघर पुलिस के मुताबिक मिस्त्री अहमदाबाद से मुंबई जा रहे थे तभी उनकी कार डिवाइडर से जा टकराई। कार में चार लोग सवार थे। मिस्त्री सहित दो की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य दो को अस्पताल में भर्ती कराया गया।

मिस्त्री के अलावा एक अन्य मृतक की पहचान जहांगीर दिनशा पंडोले के रूप में हुई है। घायल अनायता पंडोले और डेरियस पंडोले का फिलहाल एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।

पालघर पुलिस के सूत्रों ने रविवार को बताया कि जिस कार में साइरस मिस्त्री यात्रा कर रहे थे, उसका चालक तेज गति के कारण नियंत्रण खो बैठा और डिवाइडर से जा टकराया।

Syrus Mistry Accident Case में पालघर पुलिस के सूत्रों ने बताया, “प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा है कि कार चालक ने नियंत्रण खो दिया। साइरस मिस्त्री का शव कासा के एक सरकारी अस्पताल में है। पुलिस द्वारा प्रक्रिया के अनुसार एक दुर्घटना मृत्यु रिपोर्ट (ADR) दर्ज की जा रही है।”

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