पटना: लोजपा की राज्यसभा छीनकर भाजपा ने सुशील मोदी को दे दिया है। वे चुनाव लड़ेंगे। तय है कि निर्विरोधनिर्वाचित भी हो जायेंगे। अभी तक वे बिहार सरकार के डिप्टी सीएम थे। उनकी उम्मीदवारी की घोषणा के बाद चिराग पासवान का दावा खत्म हो गया।
पासवान के निधन से खाली हुई थी सीट
रामविलास पासवान के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी। लेकिन चिराग के बिहार चुनाव में अलग लड़ने के बाद शायद भाजपा ने लोजपा को भी किनारे लगा दिया है। इस तरह एक ओर सुशील मोदी को प्रमोशन मिला तो चिराग पासवान का डिमोशन हो गया है।
सीट भाजपा की ही थी
वैसे भी 2019 में रामविलास पासवान को ये सीट भाजपा ने अपने हिस्से से दी थी। तब रविशंकर प्रसाद के लोकसभा सांसद चुन लिये जाने के कारण ये सीट खाली हुई थी। भाजपा ने लोकसभा चुनाव से पहले ये वादा किया था कि वह रामविलास पासवान को राज्यसभा भेजेगी। उसी समझौते के तहत रामविलास पासवान को ये सीट मिली थी।