नई दस्तक: पुष्पम प्रिया की पार्टी प्लूरल्स ठेठ बिहारी अंदाज में

पटनाः प्लूरल्स पार्टी की पुष्पम प्रिया चौधरी ने पहले चरण के लिए 40 उम्मीदवार उतारे हैं जो न तो पुराने हैं बल्कि साफ छवि के भी लग रहे हैं। खास बात यह कि प्रत्याशियों की जाति की जगह पेशा और धर्म बिहारी लिखा गया है।

कैसे-कैसे हैं प्रत्याशी

सूची में सामाजिक मुद्दों पर काम करने वाले एक्टिविस्ट, डॉक्टर और अन्य पेशेवर लोग हैं। कोई भी किसी पार्टी से जुड़ा हुआ नहीं है। इसके अलावा पुष्पम ठेठ बिहारी वाले इमेज को भी भुना रही हैं, जिसे पीएम मोदी के लोकल फोर वोकल के जरिए वोट की नीति भी समझा जा रहा है। सूची में उम्मीदवारों की जाति के कॉलम में उनका पेशा लिखा है। तो धर्म के कॉलम में बिहारी है। पुष्पम ने यह मैसेज देने की कोशिश की है कि वह जाति औऱ धर्म के आधार पर चुनाव नहीं लड़ना चाह रही है। सूची में महिलाएं भी हैं।

वोट से पहले खोंयछा मांग रही पुष्पम

पुष्पम बिहारी भावना जगा रही हैं खोंयछा मांग कर। मिथिलांचल से ताल्लुक रखने वाली पुष्पम ‘खोंयछा’ से महिला वोटरों का हाथ मांग रही हैं। खोंयछा लेते हुए कई तस्वीरें इनकी वायरल हो रही हैं। उन्होंने अपने वाल पर लिखा है कि खोंयछा मेरी राजनीति की जमापूंजी है। सब नौकरी पाए, सब अमीर बनें, सब आगे बढ़े। मिथिला में खोंयछा को सौभाग्य का द्योतक माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार खोंयछा में अगर बेटियों को अन्न का एक दाना और एक सिक्का भी दे दिया जाए तो ये समृद्धि का द्योतक माना जाता है। पुष्मम खोंयछा जैसी लोकसंस्कृति को अपने प्रचार अभियान में भुना रही हैं।

अजय वर्मा
अजय वर्मा
समाचार संपादक