बिहार पुलिस पर वर्दी की हनक, औरंगाबाद ASP ने पूर्व राज्यपाल को दिखाई अकड़

औरंगाबादः बिहार पुलिस पर वर्दी की हनक इस कदर सवार है कि आम आदमी की कौन कहे माननीय को भी ठेंगे पर रखती है। मामला औरंगाबाद का है। यहां सदर SDPO के पद पर तैनात ASP स्वीटी सहरावत ने केरल के पूर्व राज्यपाल सह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता निखिल कुमार को सीधे-सीधे नज़रअंदाज कर दिया है। दरअसल शहर में लगातार हो रही चोरी की घटनाओं से पीड़ित दर्जन भर लोगों की समस्या को लेकर निखिल कुमार ने ASP को फोन किया था, लेकिन एएसपी ने उनका फोन नहीं उठाया।

फोन पर बात नहीं हो पाने के कारण निखिल कुमार पीड़ित लोगों के साथ खुद ही ASP आवास पहुंच गए। आवास पर भी निखिल कुमार को मैडम से मिलने के लिए लगभग 40 मीनट तक इन्तजार करना पड़ा। इससे पहले एएसपी साहिबा के आदेशपाल ने इन्तजार कर रहे निखिल कुमार को यह कह कर चलता करने की कोशिश की कि मैडम अभी दफ्तर जा रही हैं मिलना है तो कार्यालय चले आइए।

औरंगाबाद में चोरों का आतंक, तमतमाए निखिल कुमार ने ASP को लगाई जमकर फटकार

इधर एएसपी स्वीटी सहरावत के व्यवहार से तमतमाए  कांग्रेस के वरिष्ठ नेता निखिल कुमार ने स्वीटी सहरावत को जम कर फटकार लगाई है। निखिल कुमार का आरोप है कि एएसपी जनता से ना तो संवाद करना चाहती हैं और ना ही जनता की समस्याओं का निदान। उनकी उदासीनता की वजह से शहर में चोरों का आतंक बढ़ा है, जिससे आम आदमी की रातों की निंद हराम हो गई है।

1963 बैच के IPS रह चुके हैं निखिल कुमार

बता दें, निखिल कुमार भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के 1963 बैच के अधिकारी रहे हैं। वे दिल्ली के पुलिस आयुक्त, NSG के निदेशक, ITBP और SSB में निदेशक रहने के अलावा भारत सरकार के गृह मंत्रालय में विशेष सचिव भी रहे हैं। सेवानिवृत्ति के उपरांत उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद का सलाहकार भी बनाया गया था। बाद में वे राजनीति में आये एवं औरंगाबाद से कांग्रेस के टिकट पर सांसद बने और फिर नागालैंड और केरल जैसे राज्यों के राज्यपाल भी रहे।

सियासत से रहा है गहरा नाता

निखिल कुमार बिहार के पहले उप मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री बिहार विभूति डॉ॰ अनुग्रह नारायण सिंह के पोते हैं। इनके पिता सत्येंद्र नारायण सिन्हा भी बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके है। उनकी मां किशोरी सिन्हा वैशाली जिला से कई बार सांसद रह चुकी हैं। उनकी पत्नी श्यामा सिंह ने भी लोकसभा में औरगांबाद जिले से प्रतिनिधित्व किया।