व्यक्तित्व और कृतित्व से भारत रत्न थे मालवीय और अटलजी- रविन्द्र पाण्डेय

औरंगाबादः महामना मदन मोहन मालवीय और अटल बिहारी वाजपेयी दोनों शख्सियतें अपने व्यक्तित्व एवं कृतित्व से भारत रत्न थे। दोनों ही महापुरुषों ने अपने-अपने समय में इस राष्ट्र की स्वाधीनता और उत्थान के लिए जो कार्य किये वह राष्ट्र के लिए और आने वाले पीढ़ियों के लिए सदैव अनुकरणीय हैं। यह कहना है गिरडिह के पूर्व भाजपा सांसद रविन्द्र कुमार पाण्डेय का। रविन्द्र पाण्डेय ने यह बात सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और मालवीय जी के जन्मदिन पर चाणक्य परिषद की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम में कही।

राष्ट्र निर्माण में मदन मोहन मालवीय और अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान की चर्चा करते हुए रविन्द्र पाण्डेय ने कहा कि मालवीय जी ने जहां इस देश की स्वाधीनता के लिए चार-चार बार कांग्रेस का नेतृत्व कर देश में स्वाधीनता का अलख जगाने का काम किया, वहीं पर अटल जी ने इस देश को परमाणुशक्ति संपन्न राष्ट्र बनाने का काम किया।

पूर्व सांसद ने अटल बिहारी वाजपेयी के प्रति उद्गार व्यक्त करते हुए कहा, “मैं सौभाग्यशाली हूं कि अटल जी के हाथों मुझे लोकसभा का टिकट मिला और उनके सानिध्य में रहकर राजनीति में बहुत कुछ सीखने का अवसर मिला।“

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष कृष्ण वल्लभ प्रसाद सिंह ने कहा कि दोनो महापुरुषों के प्रति हम सभी ऋणी हैं और उन्हीं के मार्ग पर चलकर राष्ट्र उन्नति कर सकता है। सिंह ने दोनों महापुरुषों को नमन करते हुए उनके स्मारक के लिए पूर्ण सहयोग का वचन भी दिया।

कार्यक्रम में शिरकत कर रहे लोजपा (रामविलास) के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं जिले के प्रख्यात समाजसेवी डॉ प्रकाश चंद्रा ने कहा की दोनों ही महापुरुषों ने जाति और पार्टी से ऊपर उठ कर सदैव इस राष्ट्र को एक सूत्र में बांधने का काम किया। उन्हीं के बताए हुए रास्ते पर चल कर इस राष्ट्र को फिर से विश्वगुरु बनाया जा सकता है। चंद्रा ने कहा, “मैं दोनों महापुरुषों को अपना आदर्श मानता हूं और उनकी प्रेरणा से ही समाज सेवा का कार्य करता हूं। इस मौके पर मालवीय जी के स्मारक निर्माण में ढाई लाख का योगदान देने की घोषणा करते हुए चंद्रा ने कहा, “यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मैं महामना की बगिया (बीएचयू) का विद्यार्थी रहा हूं।“  क्रॉस के अध्यक्ष सतीश कुमार सिंह ने कहा की चाणक्य परिषद की त

इस अवसर पर रेडरफ से लगातार इन महापुरुषों की जयंती समारोह आयोजित की जाती रही है। आने वाले दिनों में औरंगाबाद जिले में इन दोनों महापुरुषों के नाम पर ऐसी संस्था का निर्माण अवश्य होगा जिससे इन दोनों महापुरुषों ने इस राष्ट्र के उत्थान के लिए जो संदेश दिया था उसके अनुरूप पीढ़ियां तैयार हो।

चपरा धाम के संस्थापक अशोक सिंह ने घोषणा की कि इस जिले में इन दोनों महापुरुषों एवं मगध के माटी के सपूत भारत के गौरव चाणक्य के नाम पर कोई भी स्मारक और भवन बनाया जाएगा जिसमें वे एक लाख रुपए के योगदान देंगे।

इस अवसर पर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रामानुज पाण्डेय, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रसिक बिहारी सिंह, जनेश्वर विकास केंद्र के संस्थापक सिद्धेश्वर विद्यार्थी और मुख्य संरक्षक भैरव नाथ पाठक के अलावे भारी तादाद में इस परिष के सदस्य उपस्थित रहे।