भारतीय कॉरपोरेट और स्वास्थ्य प्रणाली का हिस्सा बने योग जैसी प्राचीन थेरेपी!

नई दिल्लीः श्रीमद् भगवद्गीता में लिखा है,”तत्रैकाग्रं मनः कृत्वा यतचित्तेन्द्रियक्रियः।उपविश्यासने युञ्ज्याद्योगमात्मविशुद्धये॥” अर्थ- “चित्त और इन्द्रियों की क्रियाओं को वश में रखते हुए मन को एकाग्र करके अंतःकरण की शुद्धि के लिए योग का अभ्यास करे।” योग भारतीय प्राचीन परंपरा का मानव के लिए अमूल्य उपहार है। इंटरनेशनल योग फाउंडेशन के अनुसार, दुनिया भर में 300 मिलियन लोग योग का अभ्यास करते हैं। इंटरनेशनल स्तर पर लोगों को मानते हुए 11 दिसम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र के 177 सदस्यों ने 21 जून को “अंतरराष्ट्रीय योग दिवस” के तौर पर मनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। दुनिया में इस दिन को योग दिवस के रूप में मनाया जाता है। आयुष मंत्रालय ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 के लिए “मानवता के लिए योग” की थीम चुनी है।

यह थीम कोरोना महामारी के दौरान कठिनाइयों पर प्रकाश डालती है। साथ ही बताती है कि किस प्रकार योग मानवता की मदद कर रहा है और दुनिया भर के लोगों को एकजुट कर रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुमान के अनुसार, 2012-2030 के बीच मानसिक स्वास्थ्य पर खर्च के कारण भारत को 1.03 ट्रिलियन डॉलर का भारी नुकसान हो सकता है। डब्ल्यूएचओ ने स्वास्थ्य के बारे में कहा है कि यह “शारीरिक, मानसिक और सामाजिक सलामती” की एक पॉजिटिव स्थिति है।

हम अच्छी तरह से जानते हैं कि बर्नआउट, ऑफिस कल्चर के मसले और जीवन की चुनौतियों से मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। किसी भी व्यक्ति को परफॉरमेंस को सुधारने और स्वास्थ्य संबंधी देखभाल में योग जैसी प्राचीन भारतीय उपचार पद्धति कारगर साबित हो सकती है। यह स्वस्थ शरीर, स्थिर दिमाग, स्ट्रेस और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने, मनोबल और आत्मविश्वास के निर्माण के साथ लोगों के लिए लाभकारी है।

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार, वैज्ञानिक सबूत बताते हैं कि योग स्ट्रेस मैनेजमेंट,  मानसिक स्वास्थ्य, माइंडफुलनेस, बेहतर भोजन करने, वजन घटाने और अच्छी नींद में सहायता करता है। दिल्ली फार्मास्यूटिकल साइंसेज एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी (डीपीएसआरयू) द्वारा की गयी एक स्टडी में पाया गया कि 92% से अधिक कोविड रोगियों ने योग कोर्स में भाग लिया और होम आइसोलेशन से पैदा होने वाले लक्षणों में तत्काल सुधार का अनुभव किया। विभिन्न उम्र और स्वास्थ्य संबंधी समस्या से जूझते लोगों के लिए योग कम खर्च वाला उपचार है। यह स्वस्थ जीवन शैली विकल्पों से जुड़ा है और वैलनेस को बढ़ाता है। साथ ही स्ट्रेस, मजबूत हार्ट, धूम्रपान बंद करने में सहायता सहित कई तरह से लाभकारी है। यह मरीज को अधिक जवाबदेह बनाकर अपने स्वास्थ्य के लिए आत्मनिर्भर बना सकता है, जिससे हेल्थ केयर प्रोफेशनल की जरूरत कम हो जाती है।

वर्कप्लेस में योग यह दिखाने का एक शानदार तरीका है कि कंपनी अपने कर्मचारियों की परवाह करती हैं। एक इंप्लायार :नियोक्ता: को अपने कर्मचारियों की अधिक देखभाल का दृष्टिकोण अपनाना चाहिए। कंपनी की भलाई के लिए अपनी रुचि और सहानुभूति दिखाने का भी योग एक बेहतरीन तरीका है।

योग नीचे दिए गए तरीके से कॉरपोरेट बर्नआउट को कम करने में मदद कर सकता है:

  • ‘वर्क फ्रॉम होम’ से काम करने वाले सहित लगभग 70% कर्मचारियों स्ट्रेस का अनुभव किया। कोरोना महामारी के बाद और साथ में लॉकडाउन ने कामकाजी जीवन के संतुलन को उलट पुलट कर दिया। “वर्क फ्रॉम होम” मॉडल ने काम और परिवार के बीच संतुलन को बिगाड़ दिया। चुनौतीपूर्ण कार्यस्थल में कर्मचारियों की मानसिक शक्ति लगातार कम होती जा रही है। इस स्ट्रेस को रिलीज करने और रिलेक्शन के लिए मेडिटेशन एक अद्वितीय और लाभकारी तरीका है। यह लॉंग टर्म पॉजिटिव परिवर्तन लाता है जो मस्तिष्क के कई हिस्सों को भी सक्रिय करता है। मेडिटेशन आपकी याददाश्त को तेज करने के साथ-साथ आपके मूड और स्वस्थ रहने में मदद करता है।

 योग आपके फोकस को स्वाभाविक रूप से बढ़ाता है। इसका मूल सार मूवमेंट और सांस लेने  पर फोकस करना है। ब्रीथ वर्क व्यक्ति की फेफड़ों की क्षमता और ऑक्सीजन लेने का विस्तृत करता है। यह आपके नर्वस सिस्टम को रिलैक्स करने में मदद कर सकता है। यदि व्यक्ति अपनी ब्रीथिंग पर ध्यान केंद्रित करता हैं। ब्रीथिंग एक्सरसाइज के कुछ मिनटों के बाद चिकित्सीय प्रभाव दिख सकते हैं।

 योग पीठ के निचले हिस्से में होने वाले दर्द से निजात दिलाने में मददगार होता है। यह न केवल रीढ़ को सहारा देने वाली मांसपेशियों को फैलाता है और मजबूत करता है, बल्कि यह उनकी ताकत भी बढ़ाता है। यह पीठ के निचले हिस्से की समस्याओं को रोकने में अहम भूमिका अदा करता है। यह उन कर्मचारियों की मदद करता है जो लगातार डेस्क पर बैठकर लंबे समय तक काम करते हैं। योग की शारीरिक मुद्राएं एनर्जी का प्रवाह बनाने में मदद करती हैं और खून के संचालन में सुधार करती हैं।

  • पहले से अधिक नियमित रूप से योग से जोड़ने से कॉर्पोरेट सिस्टम अपने कर्मचारियों की कार्य कुशलता और मेंटल वेल बीइंग को विकसित करने का एक उपयोगी उपाय बन सकता है। योग तनावपूर्ण विचारों को दूर करने और आपके मस्तिष्क को सचेत रहने में मदद करता है।

योग के फायदे को कई व्यवसायों ने महसूस किया है और अब वे अपने कर्मचारियों को स्ट्रेस मैनेजमेंट और कॉरपोरेट वैलनेस पहल के हिस्से के रूप में कोर्स ऑफर कर रहे हैं। जब मानसिक रूप से स्वस्थ कार्य संस्कृति विकसित करने की बात आती है, तब तनाव में कमी योग का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है जिस पर कंपनियां फोकस करती हैं।

हमारे जीवन में योग के महत्व को उजागर करने के लिए योग दिवस समारोह 2022 की थीम “मानवता के लिए योग” एक कदम आगे है। योग दुनिया भर में नई ऊंचाइयों पर पहुंच रहा है क्योंकि इसमें ध्यान, सांस लेने के व्यायाम और शारीरिक मुद्राएं मिलकर मानसिक स्वास्थ्य में योगदान देती हैं। इसलिए, मानसिक स्वास्थ्य देखभाल के प्रोग्राम के जरिये कॉरपोरेट और रोजाना की स्वास्थ्य प्रणाली का एक अनिवार्य हिस्सा होना चाहिए जो क्रमशः कर्मचारियों और मरीजों को लाभ पहुंचायेगा।

दीपक सेन
दीपक सेन
मुख्य संपादक