Bihar Election 2020: सियासी गठबंधन पर रार बरकरार, चुपके-चुपके चुनाव की तैयारी

अजय वर्मा
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पटनाः गठबंधन बनाकर विधानसभा चुनाव लड़ने की कोशिश इस वक्त तक कामयाब नहीं हो सकी है जबकि पहले चरण के लिए नामांकन का काम शुरु हो चुका है। बात चाहे महागठबंधन की हो या एनडीए की, सब न केवल अपना नफा खोज रहे हैं बल्कि एक दूसरे को तौल भी रहे हैं। राजद ने 60 उम्मीदवार तय तो कर लिए लेकिन नामों की घोषणा नहीं हुई है। सब चुपके से अपने कंर्फम उम्मीदवार को संकेत देकर सक्रिय होने को कह चुके हेैं।

एनडीए में लोजपा का पेंच

एनडीए में लोजपा का पेंच फंसा हुआ है। दिल्ली में नड्डा और अमित शाह के साथ चिराग पासवान की बैठक हो चुकी है। सार्वजनिक रूप से सब ठीक होने की बात कही जा रही है, लेकिन सीटों की जानकारी कोई नहीं दे रहा है। 2015 के चुनाव में लोजपा 42 सीटों पर लड़कर दो सीट हासिल कर चुकी है सो आज उसके दावों पर कील-कांटा दुरुस्त नहीं हो रहा हे। जदयू ने भी अपने प्रत्याशी को आंतरिक तौर पर बता दिया है। भाजपा ने भी कंफर्म सीट पर अपने उम्मीदवार को चुनाव की तैयारी करने को कह दिया है।

महागठबंधन में कांग्रेस का लोचा

यही हाल महागठबंधन तीनो घटक दलों का है। ‘हम’, माले और ‘रालोसपा’ की बात पुरानी हो गई। सीट शेयरिंग औैर सीएम फेस को लेकर कांग्रेस ने बाधा खड़ी की हुई है जो अब तक दिल्ली की बैठकों में भी दूर नहीं हो सका है। हाथरस जाने के कार्यक्रम के चलते राहुल और प्रियंका दिल्ली से बाहर हैं। वैसे कांग्रेस नेतृत्व ने अपने सभी विधायकों को चुनाव मैदान में उतरने को हरी झंडी दे दी है। राजद ने 60 की लिस्ट को फाइनल कर उम्मीदवारों को बता दिया है। वे अपने क्षेत्र में सक्रिय भी हो चुके हैं। जिनका टिकट कटने का अनुमान है, उनसे तेजस्वी यादव मुलाकात ही नहीं कर रहे हें।

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समाचार संपादक
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