20 साल से जर्जर पड़ी सड़क का होगा कायाकल्प, ग्रामीणों में खुशी की लहर

रोहतासः लगभग 20 वर्षों से अपने कायाकल्प की बाट जोह रही नोखा प्रखंड की इस सड़क को अब निर्माण और पंचवर्षीय रखरखाव की पुनरीक्षित प्रशासनिक स्वीकृति मिल चुकी है। घोरडीही पोखरा से एघारा तक 5 किमी जर्जर हो चुकी यह सड़क दर्जनों के गांव को जोड़ती है। कार्य प्रमंडल सासाराम-1 के अधीन आने वाली इस सड़क को स्विकृति मिलन के बाद दर्जनों गांवों के ग्रामीणों में खुशी व्याप्त है।

सड़क निर्माण को लेकर लगातार प्रयासरत रहे इस मार्ग से सटे कारण गांव निवासी युवा जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय कुमार ने कहा कि घोरडीही पोखरा -एघारा पथ निर्माण  की पुनरीक्षित  प्रशासनिक स्वीकृति से क्षेत्र के लोगों की लंबे अरसे से चली रही मांग पूरी हुई है। उन्होंने कहा कि तीन करोड़ छतीस लाख उनासी हजार आठ सौ रुपये की लागत से सड़क निर्माण से आसपास के कई गांवों के लोगों को सुविधा मिलेगी।संजय कुमार ने इसके लिए

ग्रामीण कार्य विभाग मंत्री शैलेश कुमार एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आभार जताते हुए कहा कि उन्होंने पिछले वर्ष इस बारे में ग्रामीण कार्य विभाग मंत्री को पत्र लिखा था तथा जनमानस की समस्या  को देखते हुए सड़क की पुनर्निविदा की मांग की थी।अब सड़क की प्रशानिक स्वीकृति मिल चुकी है एवं जल्द ही इस पथ का निर्माण कार्य शुरू हो सकेगा।

ज्ञातव्य है कि वर्ष 2011-12 में  ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा जिस एजेंन्सी  को इस पथ निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।उसके संवेदक द्वारा त्रुटिपूर्ण कार्य को देखते हुए विभाग द्वारा उसे ब्लैकलिस्टेड कर दिया गया।इसके बाद जर्जर सड़क निर्माण कार्य अधर में लटका पड़ा। ग्रामीण लगातार इस सड़क के निर्माण को लेकर मांग कर रहे थे। वही नहीं  लोकसभा चुनाव के समय  क्षेत्र के अक्रोषित ग्रामीणों ने “सड़क नहीं तो वोट नहीं” के नारे के साथ वोट का बहिष्कार भी किया था।

ग्रामीणों ने बताया कि स्थानीय सांसद व विधायक चुनाव के समय वोट मांगने जरूर नजर आए। परन्तु चुनाव जीतने के बाद उन्होंने इस तरफ झांकने भी नहीं आये। घोरडीही पोखरा से एघारा तक 5 किमी जर्जर व गड्ढों में तब्दील सड़क पर आने -जाने से लोगों को काफी परेशानियां उठानी पड़ती हैं। साइकिल, मोटरसाइकिल की कौन कहे इस पथ से पैदल गुजरने में भी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। सड़क निर्माण से क्षेत्र के घोरडीही पोखरा, सुल्तानपुर, कारण, रामपुर, पछहर, एघारा,नारन,मिश्रवलिया आदि दर्जनों गांवों के ग्रामीण

प्रखण्ड के घोरडीही पोखरा से एघारा पथ निर्माण की प्रशासनिक स्वीकृति के बाद सड़क से सटे गांवों के ग्रामीण इस बार विधानसभा चुनाव में अपने मत का प्रयोग करने का मन बनारहे हैं। ज्ञातव्य है कि इसी सड़क निर्माण की मांग को लेकर सुल्तानपुर के ग्रामीणों ने पिछली बार  सड़क नहीं तो वोट नहीं का नारा देते हुए  वोट का बहिष्कार किया था। लोकसभा चुनाव के दौरान ग्रामीणों द्वारा वोट बहिष्कार की घोषणा के बाद जनप्रतिनिधियों में बेचैनी छा गयी। सड़क निर्माण की स्वीकृति मिलने की खबर के बाद सुल्तानपुर निवासी युवा अमरजीत कुमार व महावीर चौधरी एवं कारण गांव निवासी रमोज कुमार,सुनील कुमार गुड्डू सहित कई ग्रामीणों ने इसके लिए लगातार प्रयासरत युवा जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष  संजय कुमार के प्रति आभार भी जताया है।