पटनाः भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री सह बिहार भाजपा प्रवक्ता डॉ निखिल आनंद ने बिहार की महागठबंधन सरकार पर नियुक्ति घोटाला किए जाने का बड़ा आरोप लगाया है। उनका कहना है कि महागठबंधन की सरकार नई नौकरी देने का झूठा और फर्जी दावा कर रही है। निखिल आनंद ने कहा कि तेजस्वी यादव ट्वीट कर भाजपा के खिलाफ अनर्गल प्रलाप करते हुए जिन 4325 राजस्व कर्मचारियों को नई नौकरी देकर नियुक्ति पत्र बांटने का दावा कर रहे हैं, वह झूठ का पुलिंदा है। बिहार के सीएम और डिप्टी सीएम को नौकरी देने का ढोंग कर के जनता की आंखों में धूल झोंकने के लिए शर्म आनी चाहिए।
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निखिल आनंद ने एक के बाद एक चार ट्वीट कर सबूत सहित दावा किया कि 2अगस्त2022 को तत्कालीन राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय ने 4325 राजस्व कर्मचारियों की ना सिर्फ बकायदा नियुक्ति की बल्कि पोस्टिंग कर उसकी सूची विभाग के वेबसाइट पर डाल दी थी। इस संबंध में निखिल ने मंत्री रामसूरत राय का 2 अगस्त का ट्वीट, प्रेस रिलीज और 3 अगस्त को अखबार में छपी खबरों का स्क्रीनशॉट ट्वीट किया है।
बीजेपी का बड़ा आरोप, एनडीए राज में जिन 4325 राजस्व कर्मचारी की नौकरी हो गई थी, उनको ही दोबारा नियुक्ति पत्र देकर वाहवाही लूट रही नीतीश सरकार। https://t.co/wwpv6Vpp3Y
— Nikhil Anand (@NikhilAnandBJP) September 20, 2022
निखिल आनंद ने कहा कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री 20लाख नौकरियों का दावा कर रहे हैं और एनडीए सरकार के दौरान की गई नियुक्तियों को अपनी नियुक्ति दिखा कर उनको फिर से नियुक्ति पत्र बांटने का फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। बिहार की महागठबंधन सरकार के झूठ की पोल परत दर परत खुलती जा रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने राजस्व कर्मचारियों को दोबारा नियुक्ति पत्र बांट कर नियुक्ति घोटाला किया है जिसके लिए बिहार की जनता से माफी मांगनी चाहिए।

