रांची: झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री और रघुवर दास को पटखनी देने वाले सरयू राय ने झारखंड की पूर्ववर्ती सरकार का एक और फर्जीवाड़ा उजागर किया है । इसे लेकर सरयू राय ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक ट्वीट भी किया है। अपने ट्वीट में राय ने कहा है कि “12 जनवरी 2018 को 26000 युवओं को नौकरी देने की घोषणा राज्य सरकार ने तामझाम के साथ की थी। इन सभी का व जहां इन्हें नौकरी मिली, उनका नाम, पता, मोबाइल नंबर मेरे पास है। जांचने पर दावा फ़र्ज़ी निकला, पर लिम्का बुक ऑफ़ रिकार्ड में यह दर्ज हो गया। किसने किया यह फर्जीवाड़ा? मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इसकी जांच करायें।“
बता दें रघुवर दास पर सरयू राय लगातार हमलावर रहे हैं। उनकी सरकार में मंत्री रहते भी वे विरोध करते रहे और हो रही गड़बड़ियों को उजागर करते रहे। नतीजतन रघुवर दास की जिद आगे लाचार भाजपा ने सरयू राय को विधानसभा में टिकट नहीं दिया। इससे खफा होकर सरयू राय ने रघुवर के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ा और उन्हें पराजित किया।
सरयू राय ने इससे पहले बिजली वितरण निगम के MD राहुल पुरवार पर लगे गंभीर आरोपों की जांच कराने की हेमंत सोरेन से मांग की थी। उन्होंने कहा था कि TPL के एक अधिकारी अविनाश कुमार ने राहुल पुरवार पर गंभीर आरोप लगाये हैं। इसकी जांच कराई जानी चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री से ऊर्जा विभाग की अन्य गड़बड़ियों की जांच के लिए भी विशेष कमेटी बनाने का आग्रह किया है।
अविनाश कुमार ने 7 जून 2019 को मुख्य सचिव को एक ईमेल भेज कर शिकायत की थी कि 42 करोड़ रुपये भुगतान की संचिका राहुल पुरवार ने रोक रखी है। उन्होंने आरोप लगाया था कि भुगतान के एवज में राहुल पुरवार ने उनसे 2.5 प्रतिशत कमीशन की मांग कर रहे हैं।