भाजपा की सूची में यादवों को तरजीह, भूमिहार—ब्राह्मण घटे

पटना : भाजपा की दूसरी लिस्ट साफ—साफ बता रही है कि उसने भूमिहारों और ब्राह्मणों के बदले यादवों को तवज्जो देकर राजद के आधार वोट बैंक में घुसने की कोशिश की है। अब तक भूमिहार और ब्राह्मण उसके लिए ज्यादा करीब थे। नये सोशल इंजीनियरिंग करने में लगी भाजपा ने भूमिहारों का कोटा कम कर दिया है।

यादवों को आठ सीट, भूमिहारों को पांच

भाजपा ने रविवार को 46 उम्मीदवारों की सूची जारी की है। इनमें से 7 सीट रिजर्व हैं यानि वहां सिर्फ अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों को ही टिकट दिया जा सकता था। बाकी बचे 39 सामान्य सीटों में से उसने 8 सीटों को यादवों के हवाले कर दिया है।

भूमिहारों—ब्राह्मणों को खास तवज्जो नहीं

पार्टी ने अपने सबसे अहम वोट बैंक माने जाने वाले भूमिहारों का कोटा इस दफे कम कर दिया है। पार्टी ने चनपटिया से उमाकांत सिंह, बेगूसराय से कुंदन सिंह, पीरपैंती से शैलेंद्र कुमार, कल्याणपुर से सचिंद्र प्रसाद सिंह और गोरियाकोठी से देवेशकांत सिंह को टिकट दिया है। पार्टी ने अमनौर से अपने सीटिंग भूमिहार विधायक शत्रुध्न तिवारी का टिकट काटकर कुर्मी जाति से आने वाले कृष्ण कुमार मंटू को टिकट दिया है। दिलचस्प बात ये है कि पिछले विधानसभा चुनाव में शत्रुध्न तिवारी ने कृष्ण कुमार मंटू को हराया था। कृष्ण कुमार मंटू नीतीश कुमार के खास माने जाते हैं। वे जदयू के नेता थे। भाजपा ने रातो रात उन्हें पार्टी में शामिल कर टिकट थमा दिया। इस सूची में ब्राह्मणों की तादाद सिर्फ चार है। सूची में 11 राजपूत उम्मीदवार हैं। दो कायस्थों को जगह मिली है। पटना के बाकीपुर से नितिन नवीन और कुम्हरार से अरूण कुमार सिन्हा को टिकट मिला है।

अजय वर्मा
अजय वर्मा
समाचार संपादक