Video: बड़े शातिर हैं ये बंदर- मंकी कैचर के हर चाल को दे जाते हैं मात, दर्जनों लोग हुए शिकार

रोहतासः “तुं डाल-डाल मैं पात-पात” यह लोकोक्ति प्रासंगिक है कई लोगों को काट चुके दो बंदरों और फॉरेस्ट विभाग के कलंदर यानी मंकी कैचर टीम के बीच की लुका छिपी पर। सोमवार को घंटों मशक्कत के बाद मंकी कैचर टीम को बैरंग वापस लौटना पड़ा, क्योंकि शातिर बंदर उन्हे फिर से चकमा दे गए। मामला जिले के नोखा नगर पंचायत का है। यहां कुछ दिनों से दो बंदरों की जोड़ी लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है।

जानकारी के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से यहां बंदरों का आतंक चरम पर है। अब तक दो दर्जन के आस-पास लोग खास कर के बच्चे उन बंदरों का शिकार हो चुके हैं। अभी इसी हफ्ते उन बंदरों ने नोखा PHC में घूसकर एक नवजात को लेकर भागने की कोशिश की थी, जिसे स्टाफ की तत्परता से किसी तरह बचा लिया गया।

मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय लोगों द्वारा इसकी सूचना फॉरेस्ट विभाग को दी गई। सूचना पाकर फॉरेस्ट विभाग की टीम नोखा पहुंची और संभावित ठिकानों पर जाकर टोह ली, लेकिन बंदर हाथ नहीं लगे। उसके बाद फिर सोमवार को भी वन विभाग के कलंदर (मंकी कैचर) बंदरों की तलाश में नोखा पहुंचे।

टींम को जानकारी मिली कि बंदर बस स्टैंड इलाके में स्थित डॉ अंबिका सिंह राधिका बालिका उच्च विद्यालय के समीप एक मकान की छत पर छिपे हैं। टीम ने दबिश बनाते हुए उन्हें पकड़ने के लिए जाल फेंका। एक बंदर उस जाल में फंस भी गया, लेकिन कुछ ही देर में वो जाल से निकलकर भागने में कामयाब हो गया।

पूरा दिन प्रयास करने के बाद टीम फिर से खाली हाथ वापस लौट गई। बंदरों का ख़ौफ़ अब भी जस का तस बरकरार है। आज भी दोनों ने कई घरों में उत्पात मचाया है। अब अगर उन बंदरों को पकड़ना है, तो फॉरेस्ट विभाग की टीम को कुछ दिन नोखा में कैंप करना होगा।