नई दिल्लीः पिछले हफ्ते पुलवामा के अयानगुंड में सेना द्वारा नाकाम किए गए कार बम मामले की साजिश को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि उस साजिश की रूपरेखा तैयार करने में मोहम्मद इस्माइल अल्वी उर्फ लंबू का हाथ था। इस्माइल 2019 पुलवामा कार बम धमाके के मास्टर माइंड रहे जैश-ए-मोहम्मद (jaish e mohammad) के मुखिया मौलाना मसूद अजहर का करीबी रिश्तेदार है।
जांच एजेंसियों के मुताबिक लंबू को इस्माइल भाई और मोनिकर फौजी बाबा के नाम से जाना जाता है। वह साल 2018 के अंत में भारत आया था। और 14 फरवरी 2019 के पुलवामा हमले में शामिल साजिशकर्ताओं की मदद की थी।
उसने पुलवामा हमले के साजिशकर्ताओं मुदस्सिर खान, खालिद और मोहम्मद उमर फारूक को घाटी में पत्थर की खदानों से जिलेटिन की छड़ें और स्थानीय दुकानों से अमोनियम नाइट्रेट सहित विस्फोटक सामग्री एकत्र करने में मदद की थी। उस हमले में CRPF के 40 जवान शहीद हो गए थे।
आपको बता दें 28 मई की सुबह पुलवामा में तैनात भारतीय सुरक्षाबलों ने सुबह एक बड़े आतंकी हमले की साजिश को नाकाम कर दिया था। उस हमले को अंजाम देने के लिए आतंकियों ने एक कार में IED फिट किया था, जो कार बम के रूप में पिछले कुछ दिनों से ख़तरा बनकर घुम रही थी।
खुफिया जानकारी मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने पूरी मुस्तैदी के साथ उस कार की तलाश शुरू की। काफी तलाश करने के बाद सुरक्षाबलों ने उसे दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के राजपोरा में आयनगुंड गांव में बरामद कर लिया और संयुक्त अभियान के जरिए बम स्क्वैड की मदद से नष्ट कर दिया।
अंदेशा लगाया जा रहा था कि आतंकी उस कार बम के जरीए 14 फरवरी, 2019 जैसी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे। फिलहाल आतंकवाद निरोधक टीम मोहम्मद इस्माइल अल्वी उर्फ लंबू गिरफ्तारी और उससे जुड़ी अन्य जानकारी इकट्ठा करने में जुटी है।