चुनाव की जंग, नीतीश की भरी सभा में हूटिंग व गुस्सा और सवालों के जंगल

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव की जंग में कई सवाल उठ रहे हैं। चार-पांच सीएम फेस, प्रचार के दौरान सीएम नीतीश की झल्लाहट, सचिवालय में आग, तेजस्वी की सभा में भीड़…कई सवाल हैं। इसका सही जवाब तो मतगणना के दिन मिलेगा लेकिन अभी मिलने वाले संकेत तो बहुअर्थी हैं।

परसा में जब गरम हो गये सीएम

सारण की परसा सीट के लिए प्रचार करने पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हूटिंग का सामना करना पड़ा। उनकी रैली में कुछ लोगों ने लालू जिंदाबाद के नारे लगा दिये जिस पर नीतीश कुमार का पारा गरम हो गया। उन्होंने कहा- ‘हल्ला मत करो, वोट नहीं देना मत दो…लेकिन जिस के लिए यहां आए हो उसका तो वोट मत खराब करो।’ वहां जदयू ने लालू यादव के समधी चंद्रिका यादव को उम्मीदवार बनाया है। गौर करने वाली बात यह है कि सीएम अपने कार्यकाल की उपलब्धियों को बताने के बदले लालू राज की विफलताओं को चुनावी मुद्दा बना रहे हैं।

सचिवालय में आग

एक दिन पहले पुराना सचिवालय स्थित ग्रामीण विकास विभाग में अचानक लग गई। कितनी संचिकाएं जली, कोई बता नहीं रहा है। लेकिन घोटाले का कारखाना मनरेगा इसी विभाग के तहत आता है। पुराने लोग बताते हैं कि जब सरकार को वापस न आने का अंदेशा रहता है तब वह अपने कारनामों की फाइलें जरूर जलवाती हैं।

गठबंधनों की गुत्थी

गठबंधनों की भी भरमार हो गई है। लोजपा को भाजपा की बी टीम से लेकर वोटकटवा तक कहा जा रहा है। महागठबंधन के नेता तेजस्वी की सभा में भीड़ हो रही है। पहले फेज के मतदान बाद ही संकेत मिल सकेगा कि कौन किसका वोट छीनेगा, कौन किंग मेकर बनेगा लेकिन तमाम सवाल का समाधान 10 नवंबर को ही मिलेगा।

अजय वर्मा
अजय वर्मा
समाचार संपादक