गांधी परिवार के विश्वस्त बुजंर्ग नेता मोतीलाल वोरा का निधन, शोक

नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम और गांधी परिवार के विश्वस्त मोतीलाल वोरा का 93 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।

यूपी के भी राज्यपाल रहे

कांग्रेस के दिग्गज नेता कई पदों पर रह चुके हैं। अभी वे पार्टी के कोषाध्यक्ष थे। वे उत्तर प्रदेश के राज्यपाल भी रहे। उनका जन्म 20 दिसंबर 1928 को राजस्थान के नागौर जिले में हुआ था। एक दिन पहले ही उन्होंने अपना जन्मदिन मनाया था। कांग्रेस के अखबार नेशनल हेराल्ड की प्रशासनिक टीम में भी थे। रायपुर औऱ कोलकाता से पढ़ाई पूरी करने के बाद वोरा ने कई समाचारपत्रों में भी काम किया। राजनीति के शुरुआती दिनों में ही वह कांग्रेस नेता किशोरी लाल शुक्ला से मिले औऱ पार्टी में शामिल हो गए। कांग्रेस के टिकट पर वह 1972 का विधानसभा चुनाव जीते। मध्य प्रदेश में जब अर्जुन सिंह की सरकार बनी तो वोरा को मंत्री बनाया गया। 1983 में उन्हें एमपी सरकार में कैबिनेट मंत्री का पद मिलां वोरा को 13 मार्च 1985 में मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया।

गांधी परिवार दुखी

वैसे उनके निधन पर देश भर के नेताओं नेशोक प्रकट किया है लेकिन गांधी परिवार के लिए यह आघात जैसा है। राहुल गांधी ने उनके निधन पर शोक जताया है। उन्होंने कहा कि वोरा जी एक सच्चे कांग्रेस नेता और बेहतरीन इंसान थे, उनकी कमी हमेशा खलेगी। प्रियंका गांधी ने भी भावुक होते हुए शोक पकट किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक संदेश में कहा कि वोरा जी कांग्रेस के सबसे वरिष्ठतम नेताओं में से थे। राजनीतिक करियर में उनके पास लंबा प्रशासनिक और सांगठनिक अनुभव था।

पुत्र का बयान

मोतीलाल वोरा के बेटे अरुण वोरा ने बताया कि रविवार को ही पिता को फोर्टिस में भर्ती कराया था। कुछ महीने पहले कोराना हुआ था और उसके बाद ठीक हो गए थे। गंभीर हालत होने के कारण आईसीयू में उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था। अरुण वोरा छत्तीसगढ़ के दुर्ग क्षेत्र से विधायक हैं।

अजय वर्मा
अजय वर्मा
समाचार संपादक